ऐसी है जानकारी
गिब्सन ने जिस समय ये फोटो क्लिक की, उस समय ये काले रंग का गेंडा उनकी सफारी जीप से महज 40 मीटर दूर था। जिब्सन का कहना है कि ऐसा दृश्य उन्होंने अपने जीवन में इससे पहले कभी नहीं देखा, जैसा कि नामीबिया के इटोशा नेशनल पार्क में देखा। उनका कहना है कि उनकी अब तक की उम्र और कॅरियर में उन्होंने पहला ऐसा तीन सींग वाला गेंडा देखा है।
आमतौर पर होती हैं दो सींगें
उन्होंने बताया कि काले रंग के अफ्रीकन गेंडों की आमतौर पर दो ही सींगें होती हैं। वहीं भारत में मिलने वाले गेंडों के सिर पर सिर्फ एक ही सींग पाई जाती है। उनकी फोटो को देखने के बाद एक्सपर्ट्स भी उतने ही ज्यादा उत्साहित थे, जितना कि गेंडे को देखने के बाद वह खुद थे।
सर्जन बताते हैं इसका कारण
साउथ अफ्रीका के वाइल्ड लाइफ सर्जन डॉ. जॉन मारिस कहते हैं कि उन्होंने ऐसे अद्भुत गेंडे की ये दूसरी तस्वीर देखी है। इससे पहले आज से करीब 40-50 साल पहले केन्या में उन्होंने ऐसा गेंडा देखा था। उसके बाद से अब तक नहीं देखा। अब ये दूसरा देख रहे हैं।
मेडिकल टीम ने बताया
साउथ अफ्रीका की NGO वेट के साथ मिलकर चिकित्सकीय शिकारियों की ओर से घायल किए गए एक ऐसे ही गेंडे का इलाज करने वाली मेडिकल टीम ने बताया कि इन गेंडों के सिर पर ये तीन सींगें गर्भाशय में कोशिकाओं के बंटवारे का नतीजा हैं। उन्होंने बताया कि यह गर्भ में हुए परिवर्तन का नतीजा है। ऐसे में एक सींग दाएं और एक बाएं होती है और तीसरी सींग उनके बीच में निकली आती है।
Courtesy By Mail Online
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