वापसी

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीसीसीआइ अध्यक्ष के रूप में वापसी करने वाले आलोचनाओं में घिरे एन श्रीनिवासन ने कहा कि उनकी अंतरात्मा साफ थी और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा इसलिए नहीं दिया क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया था.

कुछ भी गलत नहीं

यह पूछने पर कि क्या उनकी अंतरात्मा ने उन्हें बीसीसीआइ अध्यक्ष पद पर बने रहने की अनुमति दी, जबकि उनके दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स के प्रिंसिपल गुरुनाथ मय्यपन पर मुंबई पुलिस द्वारा आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण के संबंध में आरोप पत्र दायर किया गया. श्रीनिवासन ने कहा कि नैतिकता का कोई मुद्दा नहीं था क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया.श्रीनिवासन ने कहा, 'निश्चित रूप से अगर मैं ऐसा महसूस नहीं करता तो मैं इस पद पर बरकरार नहीं रहता. जैसा कि मैंने शुरू में कहा है कि मैं जो करता हूं, उस पर बना रहता हूं. अगर मैंने कुछ गलत किया होता, तो हां, मेरी अंतरात्मा इसकी अनुमति नहीं देती. लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं था, यही मैंने शुरू से कहा है.'

दोबारा मिली कुर्सी

श्रीनिवासन को राहत देते हुए मंगलवार को कोर्ट ने उन्हें बीसीसीआइ अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने की अनुमति दे दी. उन्होंने कहा, 'आपको समझना होगा कि मैं गुरुनाथ की जांच में शामिल नहीं था. जब यह मुद्दा उठा तो मैं अपने पद से अलग हो गया था. इन दोनों न्यायाधीशों को बीसीसीआइ ने मेरे पद से अलग होने के बाद नियुक्त किया था.'

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