-एनआईए के हत्थे चढ़े लश्कर के आतंकी नईम के पास से मिले बनारस के अस्सी, दशाश्वमेध घाट सहित रामनगर के वीडियो क्लीप - पूछताछ में कबूला बनारस में हिंदू लड़कियों के साथ पहचान बदलकर रहकर घूमने-फिरने के नाम पर करता था रेकी 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ 1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब एनआईए और यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े लश्कर के आतंकी नईम के पकड़े जाने के बाद उसके नापाक इरादों को लेकर हो रहे खुलासे सभी को चौंका रहे हैं। सोर्सेज की मानें तो नईम बनारस में रहकर आतंकी साजिश तो रच ही रहा था साथ में लव जेहाद के गंदे खेल को भी खेलने में जुटा था। इसके लिए उसने अपनी पहचान बदलकर हिंदू नाम से बनारस में पनाह ली थी। हिंदू लड़कियों संग आता था बनारस सेन्ट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के अफसर ने डीजे आई नेक्स्ट को बताया कि पूछताछ में पता चला है कि नईम अपने काम को अंजाम देने के लिए अपना धर्म छिपाता था। साल 2014 में पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद से वह हमेशा हिंदू लड़कियों से दोस्ती करता था। यही नहीं रेकी करने जाने के लिए भी वह इन लड़कियों को अपने साथ ले जाता था ताकि किसी को शक न हो। इसके लिए वह हमेशा हिंदू नाम से हिंदू कारोबारियों के भी सम्पर्क में रहते हुए हिंदू बाहुल्य इलाकों में ही रुकता था। किसी बड़ी घटना को देना था अंजाम नईम के पकड़े जाने के बाद दिल्ली में उससे पूछताछ जारी है। सोर्सेज के मुताबिक उसने अब तक की पूछताछ में जो कुछ बताया है वो बनारसियों को डराने के लिए काफी है। सोर्सेज ने बताया कि नईम के पास से वाराणसी के कई संवेदनशील इलाकों के वीडियो बरामद हुए हैं। खासतौर से जहां विदेशी टूरिस्ट की आमद अधिक है। भीड़भाड़ वाले इलाकों अस्सी, दशाश्वमेध घाट और रामनगर किले के वीडियो भी नईम के पास से मिले हैं। खासतौर से उसके निशाने पर इन जगहों पर आने वाले अमेरिकी और इजराइली टूरिस्ट्स थे। इसके अलावा उसने वाराणसी कैंट इलाके का भी वीडियो बना रखा था। फयाज का साथी है नईम सेन्ट्रल इंटेलिजेंस एजेंसीज को अब तक मिली जानकारी के मुताबिक नईम फयाज कागजी केसाथ मिलकर काम करता था। फयाज कागजी वही सुसाइड बॉम्बर है, जिसने साल 2016 में सऊदी आराम के मदीना में मस्जिद में ब्लास्ट किया था। फैयाज भी नईम की ही तरह महाराष्ट्र का रहने वाला था। एजेंसीज को फयाज और नईम पर मुम्बई हमले के आतंकियों की मदद करने का भी शक है। साल 2014 में पुलिस हिरासत से फरार होने के बाद से नईम भारत के संवेदनशील इलाकों की रेकी कर रहा था। उसके पास मिले दस्तावेजों, नक्शों और वीडियो से पता चला है कि उसने वाराणसी और हिमाचल प्रदेश के अलावा बिहार से सटे नेपाल सीमा की भी रेकी की थी। खतरा अभी टला नहीं है नईम के पकड़े जाने के बाद भले ही सुरक्षा एजेंसियां इसे बड़ी सफलता मान रही हो लेकिन सच तो ये है कि खतरा अभी टला नहीं है। वजह नईम ने बनारस में रहते हुए काफी लंबे वक्त से निष्क्रिय हो चुके स्लीपर सेल को एक्टिवेट करने का काम किया था। इनके एक्टिवेट होने के बाद बनारस समेत यूपी के दूसरे शहरों को दहलाने की पूरी प्लानिंग इनके बीच डिस्कस भी हो चुकी है। नदी के रास्ते भागने की थी तैयारी नईम ने पूछताछ में ये भी कबूला है कि उसके टारगेट पर गंगा आरती थी। प्लानिंग थी कि आरती के दौरान ब्लास्ट कर गंगा के रास्ते वो राजघाट पुल पहुंचकर बिहार भाग जाता। जिसके बाद अब पुलिस गंगा किनारे के लॉज और गेस्ट हाउस की पड़ताल करने की तैयारी में है।