dehradun@inext.co.in

DEHRADUN : जन्म कुंडली में कालसर्प दोष हो तो इस दिन विशेष पूजा करने से यह दोष दूर हो जाता है। इस वर्ष नागपंचमी 15 अगस्त को सर्वार्थ सिद्ध योग में पड़ रही है। नाग पंचमी श्रावण माह के शुक्ल की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन पंचमी तिथि रात 1.50 बजे तक रहेगी। हस्त नक्षत्र शाम 4.12 मिनट तक रहेगा।

नाग-नागिन के इस तरह करें पूजन खरीद रहे जोड़े

लोग सुनारों की दुकानें से चांदी और तांबे के नाग-नागिन खरीद रहे हैं। बग्गा ज्वेलर्स में काम करने वाले बलवंत ने बताया कि चांदी का जोड़ा सौ रुपये और तांबे का दस से बीस रुपये में दिया जा रहा है। साथ ही टपकेश्वर मंदिर, नागेश्वर मंदिर, श्री पृथ्वीनाथ मंदिर सभी जगह अभिषेक की बुकिंग श्रद्धालु कराने लगे हैं।

ये है नाग के नौ स्वरूप

अनंत, वासुकि, तक्षक, कार्कोटक, महापदम, नील, शंखपाल, कुलिक, कालिय सख्ती के बाद हो रही दिक्कत वन विभाग की सख्ती के बाद लोगों को सपेरे ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। साथ ही सपेरों ने भी कबाड़ी या कोई दूसरा काम शुरू कर दिया है। ऐसे में बेहद कम ही लोगों ने अब साथ में सांप रखे हुए हैं।

ये हैं शुभ मुहूर्त

उत्तराखंड विद्वत सभा के पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य भरत राम तिवारी के अनुसार नाग पंचमी पर प्रात: 9.18 मिनट से 12.30 मिनट तक पूजा का मुहूर्त शुभ रहेगा। इसमें भी 10.55 से 12.30 बजे तक का समय विशेष लाभदायक रहेगा। दोपहर बाद 2.08 मिनट से शाम 5.22 तक का समय भी शुभ है।

शोभाया त्रा की तैयारी शुरू

श्री टपकेश्वर महादेव सेवादल की ओर से 24 अगस्त को निकाली जाने वाली शोभायात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। हाल ही में श्री महंत माया गिरी महाराज के सानिध्य में पलटन बाजार स्थित जंगम शिवालय में इस संबंध में बैठक हुई। इस मौके पर महंग कृष्णा गरी ने कहा कि यात्रा सुंदर एवं भव्य तरीके से निकाली जाएगी जिसमें टपकेश्वर जी के चारों स्वरूप विराजमान होंगे। दूधेश्वर भगवान का डोला मयूर पंख एवं फूलो से सजेगा। दूसरा डोला देवेश्वर भगवान का हंस से सजेगा। तीसरा डोला तपेश्वर भगवान का फूलों से सजेगा और चौथा डोला रूद्राक्ष भगवान आकर्षण का केंद्र रहेंगा, इसे सजाने के लिए मथुरा-वृंदावन से कलाकार आएंगे। इस मौके पर सेवादल के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता, महासचिव महेश खंडेलवाल, अशोक नागपाल, विनय गुप्ता, अचिन जैन, अमिताभ कश्यप, अमित कश्यप, जितेंद्र मलिक आदि उपस्थित थे।

विशेष संयोग : इस हरियाली तीज पर इन तीन चीजों का करें त्याग, 38 साल बाद नागपंचमी होगी खास