-31 जनवरी तक 30 हजार से अधिक शहरवासियों को करना है ऐप डाउनलोड

-15 दिन में मात्र 300 ही हुआ डाउनलोड

VARANASI

स्वच्छता सर्वेक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वच्छता ऐप को डाउनलोड करने में बनारस के लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। हैरानी बात है कि खुद नगर निगम भी इसके प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए सजग नही है। जबकि इसके जरिए ही सर्वेक्षण में बेहतर स्थान पाया जा सकता है। निगम की ओर से अभी तक शहर में ऐप डाउनलोड कराने के लिए एक भी शिविर या प्रचार कार्यक्रम आयोजित नही किया गया है। इधर स्वच्छता सर्वेक्षण का एक पखवाड़ा बीतने को है। जबकि 31 जनवरी तक इसकी समय सीमा समाप्त हो रही है।

15 दिन में 300 डाउनलोडिंग

लोगों को स्वच्छता ऐप को डाउनलोड कराने के लिए नगर निगम की तरफ से भले ही अभी तक व्यापक स्तर पर कोई प्रचार न किया गया हो। लेकिन निगम का दावा है कि इस ऐप के डाउनलोड करने के आंकड़ों में बड़ा इजाफा हुआ है। लोग तेजी से इस एप को डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन करा रहे है। निगम के आंकड़ों की माने तो बीते दो साल में अब तक करीब 65 हजार लोगों ने ऐप डाउनलोड किया है। जिसमें 69 हजार लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है। मगर अफसोस इस बात का है कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की शुरूआत हुए दो सप्ताह हो चुका है लेकिन अभी तक करीब 300 लोगों ने ही इस एप को डाउनलोड किया है। इसमें कितने लोगों ने शिकायत की है, इसकी जानकारी निगम के पास नहीं है।

कहीं कम न हो जाए स्कोर

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में शामिल देशभर के शहरों की हर सप्ताह ऐप डाउनलोडिंग के हिसाब से रैकिंग जारी की जा रही है। जो सर्वेक्षण में जीत का बड़ा मानक साबित होता है। लेकिन यहां तो अधिकारियों को इसकी भी जानकारी नहीं है। ऐसे में यह कहना गलत नहंी होगा कि अगर नगर निगम ऐसे ही लापरवाह बना रहा तो कही ऐसा न हो कि बेहतर रैंक पाने के बजाए इसका ग्राफ ही लुढ़क जाए।

यह भी है पेंच

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस बार वे लोग इस एप को डाउनलोड नहीं कर सकते, जिन्होंने पहले से इसे ले रखा है। क्योंकि यह एप एक नंबर पर सिर्फ एक बार ही डाउनलोड किया जा सकता है। ऐसे में अगर पुराना रजिस्टर्ड व्यक्ति अगर दोबारा डाउनलोड कर भी लेता है तो निगम में उसकी काउंटिंग नहीं मानी जाएगी।

एक नजर

60

हजार लोगों ने डाउनलोड किया है एोप पिछले दो साल में

69

हजार लोग कर चुके हैं इस ऐप के जरिए शिकायत

25

हजार से ज्यादा ऐप डाउनलोड हुआ था पिछले साल सर्वेक्षण के दौरान

300

लोगों ने डाउनलोड किया पिछले 15 दिन में

जागरुकता की कमी की वजह से भी इस बार रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या कम है। स्वच्छता ऐप डाउनलोडिंग कराने के लिए लोगों को कहा जा रहा है। रही बात इस बार की तो इसके प्रचार के लिए पंफलेट तैयार करा लिया गया है।

अजय कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त