- पोस्टर, वाल राइटिंग करने पर निगम तत्काल वसूलता है जुर्माना

- विज्ञापन के बड़े बकायेदारों पर निगम का नहीं चल रहा डंडा

VARANASI

आमतौर पर दीवारों व सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर, बैनर, वाल राइटिंग आदि करने वालों के खिलाफ तो नगर निगम तत्काल सख्त एक्शन लेता है। उनको चेतावनी देने, जुर्माना वसूलने आदि की कार्रवाई होती है, लेकिन बात जब बड़े बकायेदारों की आती है तो निगम के अफसर हाथ खड़ा कर देते हैं। हालत यह है कि करीब दर्जन भर एड एजेंसियों और अवैध विज्ञापनकर्ताओं से बकाया वसूल करने में असफल रहने पर निगम को प्रशासन व राजस्व विभाग से गुहार लगानी पड़ी है।

अभियान के बावजूद लगे हैं पोस्टर

दीवारों, सार्वजनिक जगहों समेत अन्य स्थानों पर लगे पोस्टर आदि को हटाने के लिए निगम ने कई बार अभियान चलाया, लेकिन कुछ दिन बाद स्थिति जस की तस हो गई। निगम के विज्ञापन विभाग की निगाह उन सार्वजनिक जगहों पर नहीं पड़ती, जहां बड़े संस्थानों, प्रतिष्ठानों और नेताओं के पोस्टर चिपकाए गए हैं। अभियान में सिर्फ पोस्टर हटाने की कार्रवाई होती है। उनसे जुर्माना वसूलने में निगम फिसड्डी साबि होता है। नगर निगम का विज्ञापन विभाग दो तरह से इस मद में रेवेन्यू वसूल करता है। पहला साइट रेंट और एड एजेंसियों से निर्धारित शुल्क लेकर और दूसरा अवैध विज्ञापनकर्ताओं से जुर्माना वसूलता है। चार बड़ी एड एजेंसियों और आठ अवैध विज्ञापनकर्ताओं को आधा दर्जन बार नोटिस देकर भी बकाया नहीं वसूल कर पाया।

एक नजर

- 12 लाख निगम ने वसूले इस महीने

- 18 छोटे विज्ञापनकर्ताओं पर महीने में कार्रवाई

- 1 से 22 लाख तक बकाया एजेंसियों व अवैध विज्ञापनकर्ताओं पर

- 61 लाख टोटल बकाया निगम का

- 2000 न्यूनतम है अवैध रूप से विज्ञापन लगाने का जुर्माना

जगह-जगह लगे विज्ञापन को हटवाने के लिए विज्ञापन विभाग के साथ ही जोनल अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई है। जोनल अफसरों को बकाया वसूलने का भी निर्देश दिया गया है।

डॉ। नितिन बंसल, नगर आयुक्त