- पिछले दो माह से बंद पड़ा है कार्य, अधिकारियों ने दिया शासनादेश का हवाला - दो माह और निर्माण ठप रहा तो नए सत्र में रिएस्टीमेट तैयार होने की है संभावना < - पिछले दो माह से बंद पड़ा है कार्य, अधिकारियों ने दिया शासनादेश का हवाला - दो माह और निर्माण ठप रहा तो नए सत्र में रिएस्टीमेट तैयार होने की है संभावना BAREILLY: BAREILLY: पिछले 8 वर्षो से संवरने की बाट जोह रहे बफैलो पूल यानि अक्षर विहार पर पिछले दो माह से ग्रहण लगा हुआ है। दो माह पहले सिर्फ चार पिलर्स बनाने के बाद तीसरी बार निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। निर्माण कार्य अचानक बंद होने से शहरवासी की तंदरुस्ती को भी झटका लगा है। क्योंकि निर्माण कार्य का बजट जारी होने के बाद यह पहली बार नहीं है जब निर्माण कार्य ठप हुआ है, जिसमें नगर निगम की लापरवाही और सुस्ती साफ झलक रही है। सिर्फ ब् दिन चला था कार्य ख् जुलाई को नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना बरेली पहुंचे थे। यहां वह एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। लेकिन खुद को एक्टिव मोड में दिखाने के लिए अधिकारियों ने गांधी उद्यान और अक्षर विहार पार्क में सौंदर्यीकरण कार्यो का शिलान्यास करवा लिया। जिम्मेदारों के सक्रियता को देखकर नगर विकास मंत्री ने सराहा भी था, लेकिन उनके जाने के बाद महज क् दिन यानि फ् जुलाई तक ही कार्य करने के बाद यह अचानक बंद हो गया। शहरवासियों समेत पार्षदों के मुताबिक अधिकारियों ने महज अपनी पीठ थपथपाने के लिए यह कार्य शुरू कराए थे। ताकि, निरीक्षण भी किया जाए तो कामचलाऊ स्थिति में मिले। एक नजर में - वर्ष क्997 में बीडीए ने बनाई लेक - क्.भ् करोड़ रुपए का बजट हुआ खर्च - वर्ष ख्008 में मेयर सुप्रिया ऐरन ने संवारा - ख् लाख रुपए लगा था रेनोवेशन बजट - भ्0 करोड़ रुपए है लेक की वर्तमान कीमत - क्.भ् हजार स्क्वॉयर मीटर है क्षेत्रफल - वर्ष ख्0क्7 में फिर संवारने की कवायद शुरू - क्.ख्भ् करोड़ रुपए से बनेगा मॉडर्न पार्क - ख्8 जून को शुरू फ् जुलाई को बंद हुआ काम - क्8 अगस्त को फिर शुरू हुआ निर्माण कार्य - क्क् अक्टूबर को फिर ठप, अब तक शुरू नहीं यह होने हैं काम - आउटडोर जिम - फूड कोर्ट - स्प्रिंकलर सिस्टम - चिल्ड्रेंस प्ले एरिया - गजेबो, लैंप पोस्ट - सेग्रेटेड गार्बेज बीन्स - पाथवे, जॉगिंग ट्रेक - पब्लिक कंवीनिएंस निर्माण कार्य में लेटलतीफी होने से नया एस्टीमेट तैयार किए जाने की संभावना है। जिसमें अधिकारी और ठेकेदार मिलकर खेल कर सकते हैं। सुप्रिया ऐरन, पूर्व मेयर आदर्श आचार संहिता की वजह से निर्माण कार्य रुका हुआ था। दूसरी किश्त जल्द जारी कर दी जाएगी और निर्माण शुरू हो जाएगा। राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी सभी सफेदपोश हैं। विगत भ् वर्षो में तमाम फर्जीवाड़े हुए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां भी कुछ ऐसा ही होगा। राजेश अग्रवाल, पार्षद, गांधी उद्यान