- सफाईकर्मियों को प्रत्येक वार्ड में समायोजित करने के लिए की गई है तैनाती, आरोप

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

सफाईकर्मियों की तमाम मांगे मानने के बाद चल रही शिफ्टिंग प्रक्रिया में पार्षद रोड़ा बन रहे हैं। करीब दर्जन भर पार्षदों ने नगर निगम पहुंचकर तैनाती प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है। आरोप है कि अधिकारी मनमाने ढंग से सफाईकर्मियों की तैनाती कर रहे हैं। जिसकी वजह से उनके वार्ड में सफाई कार्य प्रभावित हो रहा है। साथ ही, चेतावनी दी है कि यदि शिफ्ट हुए सफाईकर्मियों को वापस नहीं किया गया तो वह प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने वार्ड में सफाई कार्य प्रभावित होने से कोई समझौता नहीं करने की बात कही है।

कहीं 35 तो कहीं एक भी नहीं

बता दें कि नगर निगम के 80 वार्डो में कहीं एक भी नहीं, कहीं दो तो कहीं 20 और कहीं 35 से अधिक सफाईकर्मी तैनात हैं। पार्षदों का तर्क है कि पिछले कई वर्षो में उनके वार्ड में तैनात सफाईकर्मी के जाने से सफाई का काम प्रभावित होना तय है। जिससे स्वच्छता मिशन की कल्पना साकार नहीं होगी। सूत्रों के मुताबिक सफाई कर्मचारियों की तैनाती में खेल हो रहा है। मनमुताबिक पोस्टिंग को लेकर प्रति सफाईकर्मी दो हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। संभावना है कि पार्षद भी इस खेल में शामिल हो चुके हैं। जिसकी वजह से नियमानुसार हो रही तैनाती पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।

सफाईकर्मियों की तैनाती नियमानुसार की जा रही है। ताकि सभी वार्ड में सफाई हो सके। कहीं दो दर्जन से अधिक तो कहीं सिर्फ दो ही सफाईकर्मी हैं। ऐसे में समायोजन किया गया।

ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त