-सफाई न होने से पार्षदों पर फूट रहा है जनता का गुस्सा

-पार्षद बोले मांगने के बाद भी नहीं दिए जा रहे हैं सफाई कर्मचारी

बरेली: शहर में सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। गली मोहल्लों में सफाई न होने से नाराज पब्लिक का गुस्सा पार्षदों पर फूटने लगा है। सफाई व्यवस्था से नाराज लोगों ने वेडनसडे को बिहारीपुर पार्षद के घर पर भी धावा बोल दिया था। इसके बाद शहर में सफाई व्यवस्था और सफाई कर्मचारियों की तैनाती को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने शहर के कुछ निर्दलीय पार्षदों से बात की तो सभी ने सफाई कर्मचारियों की भारी कमी बताई। पार्षदों का कहना है कि मांगने के बाद भी सफाई कर्मचारी नहीं दिए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र की सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। न तो गली मोहल्लों से कूड़ा उठ रहा है और न ही नाले-नालियों की सफाई हो पा रही है।

वार्ड नंबर 40- जोगी नवादा

आबादी- 20 हजार

पार्षद सुधा शर्मा

-वार्ड में कम से कम 20 सफाई कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन केवल नौ कर्मचारी ही दिए गए थे उसमें से भी दो कर्मचारी दूसरी जगह लगा दिए गए।

-वार्ड की सफाई के लिए पांच और कर्मचारियों की मांग की, लेकिन अब तक नहीं दिए गए हैं।

-डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन योजना में एक ही ठेला है।

-कई दिन गुजारिश करने के बाद नाला सफाई के लिए दो दिन 5 कर्मचारी दिए गए थे।

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वार्ड नंबर

आबादी - 25 हजार

पार्षद प्रेमचंद्र

-वार्ड में केवल 18 सफाई कर्मचारी तैनात है। जबकि जरूरत कम से कम 29 की है। कुछ दिन पहले चार सफाई कर्मचारी हटाकर दूसरे वार्ड में लगा दिए गए।

-पुरानी पुलिस लाइन से रेलवे कॉलोनी तक बड़ा नाला है जिसकी आज तक सफाई नहीं हुई।

-नाला सफाई के लिए 10 कर्मचारी मांगे थे वह भी नहीं मिले।

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वार्ड नंबर - जाटवपुरा

आबादी - 10 हजार

पार्षद बृजपाल

-वार्ड में 25 सफाई कर्मचारी हैं, लेकिन वह भी क्षेत्र के लिए कम पड़ जाते हैं।

-सफाई कर्मचारी बढ़ाने की मांग की तो नगर आयुक्त ने कह दिया अभी इतने कर्मचारियों से ही काम चलाओ।

-सफाई सुपरवाइजर भी लापरवाही करता है, कई बार उसकी शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

-वार्ड से होकर बड़ा नाला गुजर रहा है उसकी भी अभी तक पूरी सफाई नहीं हुई है।

-कई बार मांग करने के बाद भी पूरे वार्ड में एक भी कूड़ेदान नहीं रखवाया गया है।

-कूड़ा उठाने के लिए भी कर्मचारी रोजाना नहीं आते हैं।