-आम लोग ही नहीं सरकारी विभागों पर भी बकाया है हाउस टैक्स

-बीएचयू पर है 33 करोड़ का बकाया, नोटिस पर भी नहीं भरते टैक्स

VARANASI

हाउस टैक्स बकाएदारों की लिस्ट में आम लोग तो हैं लेकिन खास की लिस्ट भी बहुत लम्बी है। इसमें ऐसे भी हैं कि जिनकी प्रतिष्ठा देश-विदेश में उनका बजट करोड़ों में है फिर भी नगर निगम के हाउस टैक्स का करोड़ों रुपये बकाया है। नगर निगम का सबसे बड़ा बकाएदार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) है। यहां निगम का 33 करोड़ का बकाया है। यही नहीं डॉ। संपूर्णानंद स्टेडियम के ऊपर पर भी तास करोड़ का बकाया है। इस तरह के बकाएदारों पर न तो नगर निगम का हंटर चल पा रहा है और सरकार का कोई दखल है।

और भी हैं कई नाम

बीएचयू, सिगरा स्टेडियम के अलावा बीएसएनएल के ऊपर भी निगम का एक करोड़ का बकाया है। वैसे तो सरकारी विभागों में और भी कई मोटे बकाएदार है, लेकिन नगर निगम इनके नाम का खुलासा नहीं करता है।

कर्मचारियों का कहना है कि अगर हर किसी का नाम डिस्क्लोज कर देंगे तो बखेड़ा खड़ा हो जाएगा। क्योकि कई विभाग खुद को इस टैक्स के दायरे से बाहर मानते हुए कानूनी लड़ाई लड़ना चाहते हैं। इनमें से एक बीएचयू भी है। बीएचयू का कहना हैं कि वह निगम की सेवाएं नहीं लेता, इसलिए वह टैक्स अदा नहीं करेगा। जबकि इसके लिए उसे हर साल नोटिस जारी होता है।

सामान्य वर्ग में भी बड़े बकाएदार

इन खास बकाएदारों के साथ ही सामान्य लोगों में भी ऐसे बकाएदार है जिन पर 15 से 20 लाख रूपए तक का बकाया है। नगर निगम इनके आगे भी मजबूर है और उनसे टैक्स की वूसली नहीं कर पा रहा है। आधिकारिक सूत्रों की माने तो इन बकाएदारों में कई दबंग टाइप के लोग हैं जिनसे टैक्स वसूल करना निगम के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है।

शिक्षा विभाग का नहीं डाटा

शिक्षा विभाग पर भी टैक्स बकाया है। लेकिन नगर निगम डिग्री कॉलेज और यूनिवर्सिटी का बकाया बिल बताने से इनकार कर रहा है। टैक्स डिपार्टमेंट के कर्मचारी का कहना हैं कि इंटर कॉलेज को टैक्स में छूट है। सिर्फ डिग्री कॉलेज और यूनिवर्सिटी को ही टैक्स अदा करना होता है। लेकिन शहर के कितने कॉलेजों पर टैक्स बकाया है इसकी जानकारी उनके पास नहीं है।

करते हैं समायोजन

बिजली विभाग, विकास प्राधिकरण और पीडब्ल्यूडी के ऊपर भी लाखों का टैक्स बकाया है, बावजूद इसके इन्हे बिल नहीं भेजा जाता। कर्मचारियों का कहना है कि बिजली विभाग समेत कई ऐसे विभाग हैं जिनका बकाएदार नगर निगम भी होता है। लिहाजा विभाग एक-दूसरे के बकाए की धनराशि समायोजित कर देता है।

ये हैं बड़े बकायेदार

बीएचयू 33 करोड़

सिगरा स्टेडियम 07 करोड़

बीएसएनएल 01 करोड़

भिखूराम 19,65000

वृंदावन विश्वनाथ 17,41000

सुल्तान बेगम 1706000

गुलाब लाल 1545000

क्षीर सागर स्वीट्स 900000

हरिनाथ 597000

इस बार बड़े बकाएदारों को फाइनल नोटिस भेजा जाएगा। टैक्स न जमा करने पर प्रॉपर्टी कुर्क की जाएगी। रही स्टेडियम व बीएचयू की बात तो इन्हें कोई छूट नहीं दी जाएगी। इनसे भी वसूली होगी।

नितिन बसंल, नगर आयुक्त