जनता ने तय किए नगर निगम चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए मुद्दे

प्रत्याशी की जनता के लिए उपलब्धता भी मुद्दों में है शामिल

नगर निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों का पब्लिक से मिलना-जुलना और प्रचार अब गति पकड़ चुका है। प्रत्याशियों की तरफ से तमाम दावे किए जा रहे हैं। इन दावों की हकीकत तो नयी कार्यकारिणी के गठन के बाद ही सामने आएगी। लेकिन, मिनी सदन की नयी कार्यकारिणी गठन के लिए कौन से मुद्दे सबसे अहम होंगे? दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने सबसे पहले इलाहाबाद कॉलिंग पेज को लाइक करने वाले पाठकों से जाना। उन्होंने शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को सबसे ऊपर रखा है। उनका कहना है कि एक साल बाद कुंभ का आयोजन होना है। इस दौरान तमाम लोग विदेश से भी अपने शहर में आएंगे। उनके लिए व्यवस्थाएं ज्यादा मायने रखती हैं। साफ-सुथरा स्थान सबकी पसंद होता है, इसलिए उन्होंने इस मुद्दे को सबसे ऊपर रखा है। खास बात यह है कि मुद्दे तय करने वाले सभी व्यूअर्स ने इसे टॉप प्रायोरिटी पर रखा है।

स्ट्रीट लाइटें जलती भी तो नजर आएं

इलाहाबाद कॉलिंग पेज को लाइक करके हमसे जुड़ने वाले व्यूअर्स का कहना है कि स्ट्रीट लाइटें लग तो पूरे शहर में गई हैं लेकिन कहीं यह दिन में भी जलती नजर आती हैं और कहीं रात में जरूरत के समय भी ये नहीं जलतीं। इनके जलने की प्रॉपर व्यवस्था होनी चाहिए। कुछ ही ऐसे इलाके हैं जहां ये प्रॉपर जलती नजर आती हैं।

सिर्फ खोद रहे, बनाएंगे कब

पब्लिक ने तीसरे नंबर पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को दुरुस्त बनाना रखा है। व्यूअर्स के अनुसार इस समय शहर का ज्यादातर हिस्सा खोद दिया गया है। कहीं फ्लाईओवर बनाने के नाम पर तो कहीं सीवर लाइन बिछाने के नाम पर। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम बेहतर न होने से प्राइवेट ट्रांसपोर्ट शहर में ज्यादा है। इससे जाम लगता है। यह पाल्यूशन भी बढ़ा रहा है। इसका सबसे बेहतर तरीका सड़कों का दुरुस्त किया जाना है। इसीलिए इस मुद्दे को शामिल किया गया है।

शुद्ध पानी की आपूर्ति करें

मुद्दों में चौथे नंबर पर पेयजल आपूर्ति व्यवस्था को रखा गया है। पब्लिक का कहना है कि शहर में तमाम ऐसे स्थान हैं जहां पाइप लाइन में लीकेज है। इससे गंदा पानी घरों तक पहुंचता है। बार-बार शिकायत के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। मजबूरी में पब्लिक यह पानी पीती है और बीमार पड़ती है।

पब्लिक की रेटिंग में पांच मुद्दे

1. साफ सफाई

2. स्ट्रीट लाइट्स का जलना

3. पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाना

4. पेयजल की व्यवस्था

5. प्रत्याशी की छवि

मेरी नजर में प्रत्याशी की क्रेडिबिलिटी सबसे ऊपर होनी चाहिए। इसके बाद वह जनता के लिए कितना उपलब्ध है, वह कितना ईमानदार है और उनकी कार्य करने की क्षमता क्या है आएगी। वह जनता से किए गए वादों को पूरा करने को लेकर कितना गंभीर है यह भी इश्यू होना चाहिए।

अजीत दुबे

प्रदूषण और बीमारियां फैलने का सबसे बड़ा कारण प्रापर साफ सफाई का न होना है। इसलिए मैं तो इसी को सबसे ऊपर रखूंगा। इसके बाद पब्लिक की समस्याएं सुनना, रास्ते और सड़कों का ख्याल रखना आएगा। साफ पानी भी इसमें शामिल होगा।

विपिन पटेल

शहर के मेयर के चुनाव के लिए पांच मुद्दों का चयन करना हो तो मैं सबसे ऊपर प्रत्याशी के हेल्पिंग नेचर को रखूंगा। दूसरे नंबर पर उसका स्टेटस, तीसरे नंबर पर उसका व्यवहार, चौथे नंबर पर मेंटीनेंस वर्क और पांचवे नंबर पर शिक्षा होगा।

उज्जवल मिश्रा

सफाई का मुद्दा टॉप पर रहेगा। सड़कों पर कूड़ा कई दिन तक पड़ा रह जाता है। मवेशी इसे और फैला देते हैं। बिजली पानी और टूटी सड़कों को दुरुस्त कराना भी इलाहाबाद शहर के लिए बड़ा चैलेंज है। प्रत्याशी का पब्लिक को टाइम देना भी मैटर करेगा।

नीरा त्रिपाठी, अशोक नगर

2019 में इलाहाबाद में कुंभ मेला लगने वाला इस हिसाब से प्रत्याशियों का चयन का आधार शहर की साफ-सफाई, बिजली की बेहतर व्यवस्था, आवागमन की बेहतर सुविधा, सड़कों की मरम्मत और सबसे ज्यादा शहर में बेहतर पेयजल की सुविधा आदि मुद्दे होंगे।

दिनेश यादव