-नगर निगम गोदाम में चोरी हुए गार्डर मामले में नाजिर पर गहराया शक

-पुलिस ने की पूछताछ, तलब हुए थाने, फरार ठेकेदार की तलाश शुरू

-चीफ टैक्स ऑफिसर जल्द देंगे अपनी रिपोर्ट, दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई

BAREILLY: अपने ही घर में चोरी पर नगर निगम के कर्मचारी भी शक के घेरे में आ खड़े हुए हैं। दीपावली के दिन निगम के स्टोर से लाखों के गार्डर चोरी होने के मामले में थर्सडे को पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है। थर्सडे को नगर निगम सेंट्रल ऑफिस में नाजिर सर्वजीत सिंह को शक के आधार पर कोतवाली पुलिस में हाजिर होना पड़ा। पुलिस ने चोरी के मामले में नाजिर की भूमिका भी होने के कयासों पर थर्सडे को उसे थाने में अपना बयान दर्ज कराने के लिए हाजिर होने को कहा गया। निगम में पुलिसिया जांच शुरू होने से दिन भर सनसनी रही। पूरे मामले में एक फरार ठेकेदार और घटना के दिन अस्थाई चौकीदार रहे कर्मचारी की तलाश में भी पुलिस ने पूछताछ की।

तफ्तीश में असहज दिखा नाजिर

सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज रजनी द्विवेदी ने निगम में हुई चोरी के मामले में दोपहर क्ख्.क्भ् बजे नाजिर से पूछताछ शुरू की। पुलिस की पूछताछ शुरू होते ही नाजिर असहज स्थिति में आ गया। चौकी इंचार्ज ने उसे थाने चलने को कहा। जिस पर उसने नगर आयुक्त से पहले मंजूरी लेने की बात कही। नगर आयुक्त से मंजूरी मिलने के बाद चौकी इंचार्ज ने नाजिर से चोरी हुए गार्डर, निगम में पुरानी इमारत गिराने का काम रहे ठेकेदार और घटना वाले दिन ड्यूटी पर मौजूद चौकीदार के बारे में पूछताछ की।

संदिग्ध ठेकेदार की तलाश

नाजिर से पूछताछ के बाद पुलिस ने निगम परिसर में पुरानी इमारत गिराने काम करा रहे ठेकेदार के बारे में पूछताछ शुरू की। इस ठेकेदार पर ही डीसीएम से स्टोर में रखे गार्डर उड़ाने का शक है। निर्माण विभाग में पूछताछ के दौरान पुलिस को किसी ने भी संदिग्ध ठेकेदार के नाम पते की सटीक जानकारी न होने की बात कही। दस्तावेजों की खोजबीन में संदिग्ध ठेकेदार का डुप्लीकेट वोटर आईडी मिला। जिससे उसकी पहचान मेसर अली खान पुत्र बहादुर अली खान, पता मकान नं 9म्, धारुपुर ठाकुरान बरेली के रूप में हुई। तफ्तीश में विभाग के पास संदिग्ध ठेकेदार का कोई एफिडेविट भी न मिला।

स्टोर का किया मुआयना

तफ्तीश के बाद चौकी इंचार्ज ने निगम के स्टोर का मुआयना किया जहां से गार्डर चोरी हुए थे। चौकी इंचार्ज ने आगे की तफ्तीश के लिए स्टोर सहित निगम का नक्शा खींचा। इसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने जेडएसओ आरके पाराशर, सफाई कर्मचारी सुशील शिंदे और अनुचर दीनानाथ यादव को बतौर नक्शे के गवाह के तौर उनके नाम-पते व मोबाइल नंबर दर्ज किए। इसके बाद चौकी इंचार्ज निगम की ओर से चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले वादी विजय कुमार, टैक्स सुपरिटेडेंट के पास गई। पुलिस ने वादी से उनका बयान लिया। साथ ही घटना के बारे में पूरी रिपोर्ट और अहम बातों की जानकारी के लिए थाने आने को कहा।

तो निगम की और होगी किरकिरी

दीपावली पर स्टोर से दिन दहाड़े चोरी के मामले से नगर निगम और इसके स्टाफ की जबरदस्त किरकिरी हुई है। अपने ही घर में चोरी होने और अगले ब् दिन तक इसकी भनक तक न लगने से पुलिस भी हैरान है। वहीं घटना में नगर आयुक्त के सेंट्रल ऑफिस के नाजिर के भी शामिल होने के कयासों ने मामला गर्मा दिया है। पिछले एक हफ्ते से नाजिर के घटना भी पूरी तरह से शामिल होने के कयासों के बावजूद आला अफसरान ने इस ओर कोई कारगर कदम नहीं उठाया। सोर्सेज के मुताबिक घटना में नाजिर के होने का खुलासा होने से अधिकारियों को निगम की साख पर और ज्यादा बट्टा लगने का खतरा सता रहा है।

सीटीओ आज देंगे रिपोर्ट

निगम से चोरी हुए होर्डिग्स के गार्डर के मामले में नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव ने चीफ टैक्स ऑफिसर राकेश कुमार सोनकर को विभागीय जांच का जिम्मा सौंपा है। सीटीओ को तीन दिन में अपनी जांच रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपनी है। सीटीओ राकेश कुमार सोनकर ने बताया कि मामले को लेकर उनकी जांच अंतिम चरण में हैं। फ्राइडे तक सीटीओ अपनी जांच रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंप देंगे। उधर नगर आयुक्त ने पूरे मामले में किसी भी दोषी को बचाए जाने की कोशिशों के आरोपों को गलत ठहराया। नगर आयुक्त ने साफ किया कि विभागीय व पुलिसिया जांच में दोषी पाए गए निगम कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

निगम में हुई चोरी की घटना में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जो भी इसमें कसूरवार पाया गया उसे जेल जाना ही होगा। ऐसे लोग सजा से बचेंगे नहंी। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर

चीफ टैक्स ऑफिसर को विभागीय जांच के लिए तीन दिन का समय दिया गय था। वह जल्द ही अपनी रिपोर्ट देने वाले हैं। जांच में दोषी कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई होगी। - शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त