शहर में सफाई व्यवस्था बदहाल

देहरादून, शहर में हाईटेक सफाई व्यवस्था के लिए करीब 10 लाख रुपये खर्च करके मंगवाई गई जटायु मशीन नगर निगम कॉम्पलैक्स में धूल चाट रही हैं. मशीन को खरीदे हुए दो सप्ताह से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अभी तक इसका इस्तेमाल शुरू नहीं किया गया है. जबकि, शहर में चारों तरफ गंदगी की भरमार है. एक निजी कंपनी खरीदी गई दो जटायु मशीन म्यूनिसिपल कारपोरेशन में खड़ी हैं. म्यूनिसिपल कारपोरेशन का कहना है कि इन मशीनों को ऑपरेट करने के लिए छोटे ट्रक खरीदे जाने हैं. ये ट्रक इलेक्शन के बाद ही खरीदे जाएंगे, इसलिए मशीनें इलेक्शन के बाद ही ऑपरेट की जा सकेंगी.

तीन मिनी लोडर की जरूरत

शासन की ओर से तीन जटायु मशीनें को खरीदने की परमिशन दी गई थी. इन मशीनों को ऑपरेट करने के लिए तीन मिनी लोडर खरीदे जाने हैं. जिनकी खरीद पर 45 लाख रुपये खर्च आ रहा है. एक मशीन की कीमत 10 लाख और मशीन को ऑपरेट करने वाले मिनी की कीमत 5 लाख है, हालांकि कारपोरेशन की ओर से अभी मिनी ट्रक नहीं खरीदे गये हैं. ऐसे में कब मशीन को ऑपरेट किया जाएगा. कहना मुश्किल है.

पहले किया गया था ट्रायल

मशीनें खरीदने से पहले मशीन बेचने वाली कंपनी ने ट्रायल के लिए एक मशीन भी दी थी. यह मशीन अब भी ट्रायल के तौर पर काम कर रही है. हालांकि अधिकारियों का कहना है ट्रायल में पास होने के बाद ही दो मशीनें खरीदी गई हैं.

निगम के पास सोर्सेज की कमी

सोर्सेज के अभाव में शहर की सफाई दिन प्रतिदिन लचर होती जा रही है. शहर के बीचों-बीच कई जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. समर सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन न तो शहर की नालियां साफ हैं और न ही डंपिंग यार्ड से गार्बेज उठाया जा रहा है. ऐसे में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है. निगम की ओर से अभी कहीं भी कीटनाशक दवा का छिड़काव नहीं किया गया है, नहीं कोई बजट जारी किया गया है.

प्रमुख बिन्दु

- शासन से मिली थी परमिशन

- 3 मशीनें खरीदी गई

- पहले लिया गया ट्रायल

- मशीन को ऑपरेट करने के लिए खरीदे जाएंगे मिनी लोडर

- कुल 45 लाख रुपये का खर्च

- करीब 10 लाख की एक मशीन

- 15 लाख के खरीदे जाएंगे वाहन

मशीनों को ऑपरेट करने के लिए मिनी लोडर खरीदे जाएंगे. यह खरीदारी इलेक्शन के बाद की जाएगी.

सुनील उनियाल गामा, मेयर