वार्ड नंबर के साथ ही एरिया में भी हो गया व्यापक बदलाव

चुनाव की तैयारी में जुटे प्रत्याशियों को लगेगा झटका

ALLAHABAD: नगर निगम चुनाव सिर पर हैं। सिटिंग पार्षद समेत चुनाव की तैयारी कर रहे दूसरे अभ्यर्थियों ने कमर कस ली थी, लेकिन परिसीमन ने पूरा खेल बिगाड़ दिया। शुक्रवार को जारी परिसीमन की अधिसूचना में नब्बे फीसदी वार्डो का क्रमांक बदल दिया गया है। इसके अलावा उनके इलाकों को एक से दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

अब कैसे लड़ेंगे चुनाव

पार्षदों का कहना है कि एक वार्ड का एरिया दूसरे में चले जाने से वह चुनाव कैसे लड़ेंगे। पब्लिक के बीच पांच साल रहकर उन्होंने जो विश्वास पैदा किया, उसका लाभ कोई और ले जाएगा। उदाहरण के तौर पर अशोक नगर वार्ड की क्रम संख्या छह से तीन कर दी गई है और इसका एक बड़ा हिस्सा ऊंचवागढ़ी में शिफ्ट किया गया है। इसका विरोध जारी है।

सजा के हकदार हैं जिम्मेदार

पार्षदों का कहना है कि परिसीमन में गड़बड़ी करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। पिछले परिसीमन में एससी की संख्या कम ज्यादा की गई थी। जिसके चलते दूसरी बार परिसीमन कराया गया। इस बार भी यही गलती की गई है। जैसे भारद्वाज पार्क आश्रम वार्ड पहले 25 नंबर था जिसे बाद में 45 किया गया। अब इसकी वार्ड संख्या 42 हो गया है। इतना बड़ा अंतर कैसे आया। इसका मतलब कि जिम्मेदार अपनी दायित्वों को निभाने में लापरवाही बरत रहे हैं।

क्यों है आपत्ति

ज्यादातर वार्डो का नंबर बदल दिया गया है

वार्डो के एरिया में भी बदलाव किया गया है

एक वार्ड का मोहल्ला दूसरे वार्ड में कर दिया गया है शामिल

वार्डो में जातिगत आंकड़ों के आधार पर किया गया है बदलाव

दो बार जारी हुआ परिसीमन दोनो बार बदले गए नंबर

समलन अलोपीबाग वार्ड को 53 की जगह 13 किया गया और अब उसे 23 नंबर बना दिया गया है

कैसे दूर होगी कमी

राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए लिंक पर दर्ज करानी होगी शिकायत

सात दिन का मौका मिलेगा आपत्ति दर्ज कराने के लिए

शिकायत के साथ उसका कारण भी बताना होगा

शिकायतों पर होगी सुनवाई फिर जारी किया जाएगा फाइनल परिसीमन

80 वार्ड हैं कुल नगर निगम एरिया में

10 पार्षद नामित किए जाते हैं सदन में

02 बार जारी किया जा चुका है वार्डो का परिसीमन

परिसीमन मनमाने तरीके से किया गया है। इसे किसी भी तरह स्वीकार नही किया जाएगा। मेरे वार्ड में एससी की संख्या के हिसाब से एरिया का बंटवारा नही किया गया है। इसमें बदलाव होना चाहिए।

अहमद अली,

निवर्तमान पार्षद, अशोक नगर

पहले भी कमियां थी और इसमें सुधार करने के बजाय फिर से गड़बड़ी कर दी गई है। जो लोग परिसीमन में कमियों के जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वार्डो के क्रमांक में इतना अधिक अंतर कैसे आया, बड़ा सवाल है।

शिवसेवक सिंह,

निवर्तमान पार्षद, भारद्वाजपुरम

पिछले परिसीमन की विसंगतियों को लेकर गवर्नर से शिकायत की गई थी। इसके बाद सरकार ने पुन: आदेश दिया। इस बार जारी परिसीमन में भी कमियां बरती गई हैं। जिसमें सुधार के लिए आपत्तियां दाखिल की जाएंगी।

कमलेश सिंह,

पूर्व पार्षद

परिसीमन हमारे लिए इम्तेहान की तरह है। क्वेश्चन पेपर में जो सवाल आए हैं उनको हल किया जा रहा है। अगर कोई कमी है तो उसके सुधार के लिए आपत्ति दाखिल की जाएगी।

बबिता घिल्डियाल,

निवर्तमान पार्षद, कर्नलगंज