सुभाषनगर में नाले के निर्माण में पीली ईट लगाने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई

BAREILLY:

सुभाषनगर की पुलिया निर्माण में पीली ईट लगाने वाला ठेकेदार नप गया है। पुलिया निर्माण में गड़बड़ी करने वाले ठेकेदार को नगर निगम ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इसके अलावा निगम की ओर से ठेकेदार को मिले बाकी निर्माण कार्यो के ठेके भी रद कर दिए गए हैं। फ्राइडे को मेयर डॉ। आईएस तोमर ने निर्माण विभाग के एक्सईएन को बुलाकर ठेकेदार को निगम में ब्लैक लिस्ट किए जाने के फरमान दिए। आरोपी ठेकेदार के खिलाफ वेडनसडे को सुभाषनगर में लोगों ने जमकर हंगामा किया था। पुलिया के निर्माण में पीली ईटों के इस्तेमाल की जानकारी मिलते ही लोगों ने ठेकेदार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। ठेकेदार के आपत्ति जताने पर भड़के लोगों ने उसे बीच सड़क पर ही पीट दिया था। जिसके बाद पुलिया निर्माण में धांधली की शिकायत नगर निगम में पहुंची थी। इस घटना के बाद मेयर ने निर्माण विभाग के अधिकारियों को एक बार फिर ठेकेदारों के काम पर नजर रखने के कड़े निर्देश दिए।

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नाजिर को मिली क्लीनचिट, ठेकेदार दोषी

नगर निगम स्टोर से गर्डर चोरी मामले में एक्सईएन ने सौंपी नगर आयुक्त को जांच रिपोर्ट

BAREILLY:

बीती दीपावली के दिन नगर निगम के स्टोर से गर्डर चोरी के मामले में संदिग्ध आरोपी और निगम के नाजिर सर्वजीत सिंह को क्लीन चिट मिल गई है। फ्राइडे को निर्माण विभाग के एक्सईएन सतीश कुमार ने इस मामले की विभागीय जांच रिपोर्ट में नाजिर को बेदाग करार दिया। एक्सईएन ने अपनी रिपोर्ट नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव को सौंप दी है। वहीं मेयर डॉ। आईएस तोमर को भी इसकी जानकारी दी। हालंाकि क्लीन चिट मिलने के बावजूद नाजिर को लापरवाही बरतने का दोषी माना गया है। नाजिर के खिलाफ करियर प्रोग्रेस में इंक्रीमेंट रोके जाने की कार्रवाई की जाएगी।

ठेकेदार के िखलाफ होगी एफआईआर

गर्डर चोरी मामले में ठेकेदार मेसर अली को ही जांच रिपोर्ट में दोषी माना गया है। निगम में ठेका पाने के लिए गए दिए दस्तावेजों में ठेकेदार मेसर अली का पता मकान नं। 9म् धारुपुर ठाकुरान दर्ज है। जो कि मामले का खुलासा होने के बाद से ही गायब है। निगम की ओर से ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किए जाने के बाद उसके खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। ख्फ् अक्टूबर ख्0क्ब् को दीपावली के दिन निगम परिसर में स्टोर से गर्डर चोरी हो गए थे। जिसका खुलासा होने के बाद नाजिर सर्वजीत सिंह और ठेकेदार की भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसी के चलते नगर आयुक्त ने नवंबर ख्0क्ब् में जांच रिपोर्ट मिलने तक नाजिर को सस्पेंड भी कर दिया था।

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