-मंच पर बैठे नेताओं को लेकर हंगामा, हाथापाई

मेरठ : लोकसभा चुनाव में मेरठ से मिली करारी हार के बाद भी कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता कोई सबक लेने के मूड में नहीं है। हार के बावजूद मेरठ के कार्यकर्ताओं और जनता का आभार जताने के लिए कार्यक्रम अनुशासनहीनता की भेंट चढ़ गया। नगमा के सामने ही नेता-कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई और गाली-गलौज तक हुई।

किस औकात से बैठे हैं

मंच पर, नीचे उतारो

हंगामे की शुरुआत मंच पर बैठे नेताओं को लेकर हुई। मेरठ में जनाधार घटने को लेकर सवाल खड़े किए गए। मंच पर बैठे पार्टी के पूर्व पदाधिकारियों और नेताओं को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। किशन कुमार किशनी ने मंच के सामने जाकर पूछा कि आखिर ये लोग मंच पर किस अधिकार से बैठे हैं, जब सभी इकाइयां भंग हो चुकी है। उन्होंने मंच का माइक छीन लिया। इसके बाद सतबीर डागर ने भी कहा कि 10-10 वोट डलवा पाते नहीं है और बैठते हैं मंच पर। इसके बाद अन्य नेता-कार्यकर्ता भी मंच के आगे पहुंचे और नारे लगाने लगे। देखते ही देखते हंगामा बढ़ गया। कई लोग कक्ष छोड़कर चले गए। नगमा पहुंची तो फिर हंगामा शुरू हुआ। एक बुजुर्ग अपनी बात रखने मंच की ओर बढ़े तो पिंकी चिन्योटी ने धक्का देकर पीछे कर दिया। इसके बाद तो मंच के नीचे हाथापाई और गाली-गलौच शुरू हो गई। नगमा ने आज के रवैये से बेहद दु:ख हुआ है।

जानता हूं मैं तेरी औकात क्या है

शुरुआती आरोप और नगमा के भाषण के बीच भी मंचासीन नेताओं का विरोध जब सतबीर डागर ने जारी रखा तो मंच पर यूसुफ कुरैशी भी खड़े हो गए और उन्होंने सतबीर डागर को ललकारा। कहा कि जानता हूं, तेरी औकात क्या है। एक अकेला आता है और हर आयोजन में विघ्न डालता है। पर माइक को लेकर नगमा के साथ छीनाझपटी चलती रही।