नहीं मिला वेतन

मेडिकल कॉलेज के पीएमआर डिपार्टमेंट में सात जनवरी 2000 को कांट्रेक्ट पर रखने के लिए इंटरव्यू हुए थे। सात सितम्बर 2009 को इसमें फिजियोथेरेपिस्ट, ऑक्युपेशनल थेरेपिस्ट, ऑर्थोसिस्ट, ऑर्थोपेडिक, प्रोस्थेसिस, मेडिकल सोशल वर्कर, नर्स और फोर्थ क्लास के मिलाकर 17 लोगों को नियुक्त किया गया था। तत्कालीन ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के हैड डॉ। आरके गोयल ने सभी की ज्वॉइनिंग करवाई थी। तीन साल बीत जाने पर भी किसी को अब तक वेतन नहीं मिला है। बजट न आने का बहाना बनाकर उनको वेतन देने से मना कर दिया गया। सभी डॉक्टर्स ने मिलकर सीएम को पूरे मामले से अवगत करवाया है और शिकायत भेजी है।

नहीं लगाई मशीनें

सोर्सेज के मुताबिक पीएमआर के लिए आईं मशीनें फिजियोथेरेपी डिपार्टमेंट में लगा दी गई हैं। इन मशीनों की कीमत भी तकरीबन 39 लाख है। इस डिपार्टमेंट के लिए आने वाला बजट भी फाइलों में खर्च हो गया है। डॉ। सिद्धार्थ प्रधान, डॉ। गौरव माहेश्वरी, डॉ। अनिल गुप्ता, डॉ। शिखा अरोरा और नर्स कमलेश और वंदना ने सीएम को शिकायत लिखकर पूरे मामले की जांच करने और वेतन दिलवाने की मांग की है।