शहर उत्तरी के पोलिंग बूथों पर सैकड़ो की संख्या में गायब रहे मतदाताओं के नाम

नाम खोजने में घंटों परेशान होने के बाद वोटर्स को अंतत: मायूस होकर लौटना पड़ा

ALLAHABAD: फूलपुर लोक सभा के उपचुनाव में इस बार भी बड़ी संख्या में पोलिंग बूथों से मतदाताओं को खाली हाथ लौटना पड़ा। पोलिंग बूथों पर घंटो लाइन में खड़े होकर मतदाता क्षेत्र की वोटर लिस्ट में अपना नाम खोजते रहे। आखिर जब उन्हें नाम नहीं मिला तो उन्हें पोलिंग बूथ से बैरंग ही लौटना पड़ा। म्योर रोड के विजय कथूरिया अपनी फैमली के साथ दोपहर करीब 12 बजे म्योर रोड पर स्थित पोलिंग बूथ ऋषिकुल उच्चतर माध्यमिक स्कूल पहुंचे। वहां पर पोलिंग बूथ पर बैठे बीएलओ के पास रखी वोटर्स लिस्ट में अपना नाम खोजने लगे। काफी मशक्कत के बाद भी जब उनका नाम पोलिंग बूथ पर रखे वोटर्स की लिस्ट में नहीं मिला तो वहां से बिना वोट दिए लौट गए।

विस चुनाव में था, इस बार गायब

विजय ने बताया कि लास्ट इयर हुए विधान सभा चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट में उनका नाम था। यही नहीं वोटिंग के लिए पर्ची भी उनके घर तक पहुंची थी। इस बार पूरी फैमली का नाम वोटर लिस्ट से गायब है। विजय की तरह ही डॉ। रंजन वाजपेयी भी वोट डालने के लिए स्कूल में बने पोलिंग बूथ पर पहुंचे। उनका और उनकी फैमली का नाम वोटिंग लिस्ट से गायब रहा। बूथ पर मौजूद अलग-अलग बीएलओ के पास पड़ी लिस्ट में वह काफी देर तक अपना नाम खोजते रहे, लेकिन उन्हें भी खाली हाथ ही लौटना पड़ा। इन्हीं की तरह सैकड़ो की संख्या में वोटर्स को वहां से बिना वोट डाले ही लौटना पड़ा। लोग इस बात को लेकर हैरत में थे कि एक साल में वोटिंग लिस्ट से नाम कैसे गायब हो गया।

- वोटर लिस्ट में लास्ट इयर तक नाम था। इस बार लिस्ट से नाम ही गायब हो गया। ऐसे में बिना नाम के वोट कैसे डालें।

रविप्रभा भटनागर

- बड़े उत्साह से फैमली के साथ वोट डालने आयी थी। अब बिना वोट डाले ही लौटना पड़ रहा है।

दिव्या

- वोटिंग लिस्ट से नाम हटने की भी जांच होनी चाहिए। पहले तो वोटिंग लिस्ट से नाम गायब हो जाएगा, उसके बाद लोग कहेंगे मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग नहीं करते है।

रितेश