-30 से खुल जाएगा कूड़ाघाट-एयरपोर्ट का रूट

-10 घंटे के मेगा ब्लॉक के बाद लोगों को नहीं करना होगा घंटों इंतजार

-आधा दर्जन जेसीबी, दो बड़ी के क्रेन के सहारे बना दूसरा अंडरपास

GORAKHPUR: नंदानगर जाने वालों की मुसीबत कम हो और रेल संचालन पर भी कोई खास प्रभाव न पड़े, इसके लिए रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने नंदानगर में अंडर पास बनाने का फैसला किया। 24 अक्टूबर को इसके इनकमिंग वे पर ब्लॉक डाला गया, जबकि रविवार को दूसरे रास्ते पर ब्लॉक डालने का वर्क हुआ। 10 घंटे ब्लॉक लेकर रेलवे ने इस काम को भी कंप्लीट कर लिया। अब महज कुछ दिन लोगों को और परेशान होना पड़ेगा। 30 अक्टूबर से कूड़ाघाट से एयरपोर्ट जाने वाला रूट ओपन हो जाएगा और लोग आसानी से गाडि़यां लेकर इस राह से जा सकेंगे। क्रॉसिंग पर सड़क कमजोर होने की वजह से रेलवे के इंजीनियर्स ने 29 तक सड़क मार्ग बंद करने का फैसला किया है। ताकि, सड़क के दोनों तरफ बैरिकेडिंग भी की जा सके।

10 घंटे का रहा मेगा ब्लॉक

कैंट और कुसम्ही स्टेशन के बीच रेलवे क्रॉसिंग (नंदानगर) पर रेल लाइन के नीचे 28 अक्टूबर को कुसम्ही इंड की तरफ दूसरा सब-वे (अंडरपास) तैयार किया गया। इसके लिए एनई रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने सुबह 9.40 से शाम 7.40 बजे तक दस घंटे का मेगा ब्लॉक लिया। इस दौरान गोरखपुर-देवरिया रूट पर ट्रेनों का संचलन पूरी तरह से बंद रहा। वहीं दूसरे रूट्स पर भी ट्रेंस प्रभावित रहीं। कुछ ट्रेनें निरस्त रहेंगी तो कई मार्ग बदलकर चलाई जाएंगी। ब्लॉक के बाद ट्रेनों का संचलन श्ाुरू हुआ।

लगी तीन क्रेन और आठ जेसीबी

कुसम्ही इंड की तरफ अंडरपास के लिए 16 से 18 बॉक्स सेट किए गए। रेलवे इंजीनियर्स की देखदेख में रेल लाइन को छोड़कर गढ्डा तैयार कर लिया गयाथ्सस, ब्लॉक मिलते ही पटरियों को उखाड़कर उसके नीचे गड्ढा करने और बॉक्स सेट करने का काम शुरू हो गया। इसके लिए तीन क्रेन और आठ पोकलेन की व्यवस्था कर ली गई है। निर्माण कार्य में 300 मजदूर भी लगाए जाएंगे। 24 अक्टूबर को रेलवे प्रशासन ने दस घंटे का ब्लॉक लेकर क्रॉसिंग के कैंट इंड की तरफ 16 बॉक्स सेट कर दिया।

बॉक्स -

लोगों को हुई थोड़ा मुश्किल

रेलवे ट्रैक के नीचे अंडर पास बनने की वजह से जहां कुछ ट्रेंस निरस्त की गई, वहीं कुछ ट्रेंस को डायवर्ट और रीशेड्यूल्ड किया गया। इसकी वजह से जहां स्टेशन पर पैसेंजर को ट्रेंस का इंतजार करना पड़ा, तो वहीं ट्रेंस काफी लेट पहुंची। इसके अलावा रोड ट्रांसपोर्ट के जरिए जाने वालों को भी परेशानी हुई। एयरपोर्ट जाने वालों को जहां 25 किमी एक्स्ट्रा सफर करना पड़ा, तो वहीं बाकी लोगों को भी इधर-उधर से घूमकर अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचना पड़ा।