सूरत की क्राइम ब्रांच ने मारा छापा

फ्राइडे शाम को सूरत पुलिस की क्राइम ब्रांच की सात सदस्यीय टीम नारायण साईं की तलाश में आगरा में पहुंची। टीम को लीड कर रहे सूरत क्राइम ब्रांच के एसपी ने सबसे पहले ट्रैवल्स एजेंसी से इनोवा गाड़ी को हायर किया। उसके बाद यह टीम ने शाहगंज थाने पहुंची। पूरे मामले को एएसपी प्रभाकर चौधरी के संज्ञान में डाला।

रात तीन बजे तीन स्थानों पर छापे

क्राइम ब्रंाच के एसपी और आगरा के एएसपी के बीच वार्ता के बाद एसओ शाहगंज सुनील यादव को साथ लेकर सूरत पुलिस ने ए-21 आलोक नगर निवासी अजीजदास जिसवानी के घर दबिश दी। उसके अलावा मानस नगर, साकेत कॉलोनी में तलाश की, लेकिन, पुलिस को निराशा ही हाथ लगी है। आसाराम का सिकंदरा एरिया में हाइवे पर आश्रम बना हुआ है। शहर के सबसे ज्यादा भक्त शाहगंज एरिया से ही हैं। इसी आधार पर नारायण साईं के यहां होने का शक जताया जा रहा है.नारायण साईं के दाड़ी- मूंछ मुड़वाकर यहां रहने की संभावना है।

कई राज्यों में हो चुकी है तलाश

सूरत क्राइम ब्रांच के एसपी ने बताया कि कि दिल्ली, एमपी और राजस्थान के कई शहरों में नारायण साईं की गिरफ्तारी को दबिश डाली हैं। वह अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहा है। आगरा में आश्रम होने के चलते आसाराम के भक्तों की संख्या भी ज्यादा है। इसलिए नारायण साईं कहीं भेष-बदलकर किराए पर रहता हुआ मिल सकता है।

भक्तों के विरोध ने बढ़ाया शक

कुछ दिन पहले आसाराम के सैकड़ों भक्तों ने सेंट जॉन्स से लेकर कलक्ट्रेट तक पैदल जलूस निकाला था। डीएम ऑफिस के सामने एमजी रोड पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था। सूरत पुलिस को शक है, कि आगरा में रहने वाले आसाराम के भक्त नारायण साईं को पनाह दे सकते हैं। पुलिस ने आश्रम के आसपास के एरियाज में पूछताछ की है।

इस मामले में हैं आरोपी

सूरत निवासी की दो बहने आसाराम और उनके बेटे की बुरी नीयत का शिकार हो चुकी हैं। आरोप है कि बड़ी बहन के साथ आसाराम और छोटी बहन से नारायण साईं चार साल तक बलात्कार करते रहे। सूरत में दोनों पर रेप के मामले में मुकदमा दर्ज हुए हैं। आसाराम पहले से ही नाबालिग लड़की के साथ रेप के आरोप में जोधपुर जेल में बंद है। आसाराम की पत्नी और बेटी पर भी पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी में है।

प्रभाकर चौधरी-एएसपी

सूरत से पुलिस आई थी। शाहगंज एरिया में कुछ जगहों पर तलाश की थी। उनकों सूचना थी नारायण साईं आगरा में है।

छानी जा रही जंगल की खाक

आगरा। नाबालिग लड़की के रेप मामले में आरोपी आसाराम के हाइवे स्थित आश्रम पर एडमिनिस्ट्रेशन का शिकंजा कसता जा रहा है। सैटरडे सुबह अधिकारियों ने आश्रम से सटे जंगल का जायजा भी लिया। एडमिनिस्ट्रेशन आश्रम और जंगल की जमीन की छानबीन में लग गया है। फोरेस्ट डिपार्टमेंट के रेंजर बांईपुर देवेंद्र सिंह के अनुसार, डिपार्टमेंट की टीम ने संडे सुबह-सुबह ही आसाराम के जंगल से सटे आश्रम की सिचुएशन को देखा। लोकेशन का सही जायजा लेने की कोशिश की गयी। इस दौरान मशीनरी का भी सपोर्ट लिया गया। रेंजर देवेंद्र सिंह का कहना है कि लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की सपोर्ट से जल्द ही क्लियर हो जाएगा कि आसाराम के चेलों ने फोरेस्ट डिपार्टमेंट के जंगल को कितना नुकसान पहुंचाया है। लेकिन, इससे पहले डिपार्टमेंट के अधिकारी सटीक नापतौल को पूरी तरह से खुद खड़े होकर कर लेना चाहते है।

सन्नाटा है आश्रम में

उधर सैटरडे सुबह से ही आश्रम में पूरी तरह से सन्नाटा ही पसरा दिखा। जहां कभी हाइवे से अंदर आश्रम की ओर चलते ही लोगों की चहलकदमी दिखती थी, वही रास्ता निर्जन दिखाई देने लगा है। आश्रम के अंदर का नजारा भी कमोबेश ऐसा ही है। यहां भी सैटरडे को आशाराम बापू के मैनेजमेंट के लोग नदारद ही ही रहे है।