-बीएसपी कैंडिडेट नारायन सिंह सुमन ने अपने समर्थकों से कराई थी नारेबाजी

-कोर्ट परिसर में इस तरह से नारेबाजी है पूरी तरह से प्रतिबंधित

AGRA। बीएसपी कैंडिडेट नारायन सिंह सुमन की गर्दन एक बार फिर फंसने जा रही है। इस बार दीवानी कचहरी परिसर में नारेबाजी को लेकर सुमन पर एक्शन हो सकता है। इसको लेकर फ्राइडे को एडमिनिस्ट्रेशन ने इस तरह से अवैधानिक तरीका अख्तियार करते हुए प्रचार करने का संज्ञान ले लिया है।

थर्सडे को पहुंचे थे कोर्ट परिसर में

बताते चलें कि बीएसपी के कैंडिडेट नारायन सिंह सुमन कोर्ट परिसर में पहुंचे थे। सुमन ने हाथ जोड़कर एडवोकेट्स और वादकारियों से अपने फेवर में वोट देने की अपील की थी। इस प्रचार के दौरान सुमन के साथ आए समर्थकों ने जमकर नारेबाजी भी की।

कराई जाएगी जांच

एडमिनिस्ट्रेशन ने नारायन सिंह सुमन की ओर से इस तरह से किए गए प्रचार पर संज्ञान ले लिया है। आदर्श आचार संहिता के अनुपालन प्रभारी और एडीएम सिटी प्रेम प्रकाश पाल ने संज्ञान लेते हुए इस मामले की जांच की बात कही है। प्रभारी आदर्श आचार संहिता प्रेम प्रकाश पाल का कहना है कि इस मामले में एलआईयू से भी रिपोर्ट ली जाएगी।

पास्ट हिस्ट्री का लोगो

इससे पहले भी फंस चुके हैं सुमन

बीएसपी से लोकसभा चुनाव में खड़े हुए चुनाव लड़ने वाले नारायन सिंह सुमन ने पहली बार आचार संहिता को नहीं तोड़ा है। इससे पहले भी कई बार सुमन रूल तोड़ चुके हैं। जिसको लेकर उनके अगेंस्ट एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। यही नहीं, बिना एडमिनिस्ट्रेशन की अनुमति के लिए सुमन ने अपने आवास पुष्पांजलि बिल्डिंग पर एक-दो नहीं बल्कि पूरे आधा दर्जन नीले झंडे लगा रखे थे। इसके साथ ही केंद्रीय चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के वक्त आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी वहां उपस्थित लोगों की जान से खिलवाड़ करते हुए आयोजित किया गया था। आयोजन स्थल पर यूज किए गए बिजली के तार तमाम जगहों से नंगे थे। इस आयोजन को करने से पहले विद्युत सुरक्षा निदेशालय के स्थानीय कार्यालय से भी अनुमति नहीं ली गयी थी।

'बीएसपी कैंडिडेट की ओर से कोर्ट परिसर में जिस तरह से नारेबाजी कराई गयी, वह अवैध है। इसको लेकर जांच कराई जाएगी। एलआईयू से भी रिपोर्ट मंगवाकर देखी जाएगी।

प्रेम प्रकाश पाल, प्रभारी आदर्श आचार संहिता और एडीएम सिटी