- नारी निकेतन की नर्स, अनुसेवक समेत दो महिला टीचर को गिरफ्तार कर भेजा जेल

- चारो आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए जेल

DEHRADUN: नारी निकेतन में मूक बधिर संवासिनी का गर्भपात कराने वाले चार आरोपियों को एसआईटी की टीम ने फ्राइडे सुबह गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों में बाल संप्रेक्षण गृह में क्राफ्ट टीचर शमा निगार पत्नी शकील अहमद निवासी शेखरपुरा, बनारस और चन्द्रकला क्षेत्री पत्‍‌नी जयदीप सिंह निवासी डोभाल चौक रायपुर के साथ ही नारी निकेतन में नर्स के पद पर तैनात किरण नौटियाल पुत्री मोहन नौटियाल निवासी मन्दाकिनी एनक्लेव एमडीडीए कॉलोनी देहरादून और नारीनिकेतन में तैनात फोर्थ क्लास कर्मचारी कृष्णा कांचा पुत्र बीनबहादुर चन्द्रलोक बस्ती राजपुर रोड देहरादून को अलग-अलग धाराओं में गिरफ्तार ि1कया है।

क्ब् दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

एसआईटी ने नारी निकेतन प्रकरण में चारों आरोपियों को अलग-अलग धाराओं में जेल भेजा है। चारों आरोपियों पर मूक बधिर संवासिनी के गर्भ में पल रहे तीन महीने के भु्रण को नष्ट करने और साक्ष्य छिपाने का आरोप है। पुलिस ने फ्राइडे को चारों आरोपियों को दोपहर करीब फ् बजे एसीजीएम सेकेंड विनोद कुमार वर्मन की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट द्वारा चारो आरोपियों को क्ब् दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

कैसे दिया था घटना को अंजाम

एसआईटी के प्रभारी एसपी सिटी अजय सिंह ने बताया कि नारी निकेतन में मूक बधिर संवासिनी के प्रेगनेंट होने की जानकारी क्ब् सितंबर को हुई थी। जिसके बाद क्भ् सितंबर को क्राफ्ट टीचर शमा निगार ने संवासिनी को दूध में गर्भपात की दवाइयां खिला दी थी। जिसके बाद संवासिनी की ब्लिडिंग शुरू हो गई। पुलिस को कॉल डिटेल से पता चला कि नारी निकेतन में मौजूद स्टाफ ने रात करीब तीन बजे शमा निगार को मोबाइल से इस बात की जानकारी दी थी। जिसके बाद सुबह क्08 की मदद से नारी निकेतन की नर्स किरण नौटियाल द्वारा दो संवासिनियों के साथ गर्भवती संवासिनी को दून हॉस्पिटल लाया गया था। वहां संवासिनी के साथ गई नर्स किरण नौटियाल ने रजिस्टर में गलत एंट्री की थी। जिसके तुरंत बाद संवासिनी को वापस नारी निकेतन ले जाया गया। नारी निकेतन में उसी दिन फोर्थ क्लास कर्मचारी कृष्ण कांचा ने भ्रुण को दुधली के जंगलों मे छिपाया था।