- संवासिनियों को दिया जाएगा कुकिंग, ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण

- पुलिस के सुझाव पर होगी नारी निकेतन की सुरक्षा व्यवस्था

DEHRADUN: प्रदेश सरकार ने नारी निकेतन और बाल संरक्षण गृहों की व्यवस्थाओं में बड़ा परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के सभी नारी निकेतन की दीवारें जेल की तर्ज पर ऊंची कराई जाएंगी। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे और हर समय गेट बंद रखकर कड़ी सुरक्षा रहेगी। प्रदेश सरकार संवासिनियों को कुकिंग और ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण देकर आत्म निर्भर बनाने की तैयारी भी कर रही है।

सीएम ने दिए निर्देश

वेडनसडे को बीजापुर हाउस में समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ सीएम हरीश रावत ने बैठक ली। सीएम ने कहा कि नारी निकेतनों में सुरक्षा की व्यवस्था पुख्ता की जाए और इसके लिए पुलिस से सुझाव लेकर उन पर अमल किया जाए। सीएम ने सभी नारी निकेतन की दीवारों को ऊंचा करने के निर्देश भी दिए, इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे लगाकर गेट बंद रखे जाएंगे और कड़ी सुरक्षा की जाएगी।

आत्मनिर्भर बनेंगी संवासिनियां

सीएम हरीश रावत ने कहा कि संवासिनियों को कूकिंग, ब्यूटिशियन आदि की ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

सभी नारी निकेतनों के बदले जाएंगे स्टाफ

सीएम ने एसएसपी देहरादून को संवासिनी मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव एस राजू ने बताया कि राज्य के सभी नारी निकेतनों में पूरे स्टाफ को बदला जा रहा है। अब वहां केवल महिला स्टाफ तैनात किया जाएगा। सुरक्षा के लिए महिला होमगार्ड लगाई जाएंगी। सीएम ने समाज कल्याण विभाग को बुनकरों के लिए कबीर पेंशन व शगुन अक्षर गाने वाली महिलाओं के लिए पेंशन प्रारंभ करने के निदर्1ेश दिए।

बुनकरों को मिलेगा लाभ

सीएम ने कहा कि म्0 वर्ष की आयु पार कर चुके बुनकरों के लिए पेंशन योजना बनाई जाए। उत्तराखंड के विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में शादी विवाह के अवसरों पर पारंपरिक तौर पर कुछ महिलाओं द्वारा शगुन अक्षर गाए जाते हैं। ये हमारी लोक संस्कृति का हिस्सा हैं, इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए पेंशन की योजना बनाई जाए। बैठक में सीएम के सलाहकार रणजीत रावत, अपर मुख्य सचिव एस राजू, प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव डा.भूपिंदर कौर औलख, निदेशक समाज कल्याण वीएस धानिक उपस्थित रहे।