- नव सृजन साहित्य मंच की तरफ से आयोजित नेशनल बुक फेयर में उमड़ रही रीडर्स की भीड़

GORAKHPUR: कचहरी क्लब में चल रहे नेशनल बुक फेयर में गोरखपुराइट्स की भीड़ चौकाने वाला भी है और सुखद भी। डिजिटल व‌र्ल्ड में भी किताबों के प्रति युवाओं का यह रूझान शुभ संकते है। नव सृजन साहित्य मंच की तरफ से लगाए गए बुक फेयर के दूसरे दिन शनिवार को यहां यंगस्टर्स के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चे भी अपनी फेवरेट बुक्स ढूंढते नजर आए।

50 रुपए में अनमोल साहित्य

बुक फेयर में करीब दर्जन भर से ऊपर नेशनल और इंटरनेशनल पब्लिशर्स के स्टॉल लगे हैं। साहित्य के शौकीन रीडर्स के लिए मात्र 50 रुपए में बुक्स अवेलेबल हैं। साहित्य भंडार के सूर्यबली मिश्रा बताते हैं कि इसके 50 वर्ष पूरा होने पर रीडर्स के लिए सभी बुक्स पर ऑफर है। वहीं नव सृजन साहित्य मंच के आयोजक आशीष रंजन दीक्षित बताते हैं कि गोरखपुराइट्स की डिमांड पर साहित्य, धार्मिक, प्रतियोगी एवं सामान्य बुक्स के स्टॉल लगाए गए हैं। 16 सितंबर से शुरू नेशनल बुक फेयर में हर दिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी कराई जा रही है। फेयर 25 सितंबर को समाप्त होगा।

छुट्टी के दिन को किया यूटिलाइज

बुक फेयर में पहुंचीं आर्य नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज की 12वीं की छात्रा शिवांगी, प्रगति, अर्पणा, शिवानी श्रीवास्तव और हर्षिता बताती हैं कि उन्हें जैसे ही यह पता चला कि यहां बुक फेयर लगा है वे चली आई। उन्होंने अपने छुट्टी वाले दिनों को इस तरह से यूटिलाइज किया। इन ग‌र्ल्स ने नावेल, कॉम्प्टीशन और जोक्स की बुक्स की खरादारी की। वहीं फेयर में पहुंचे नन्हे पाठक यूकेजी के स्टूडेंट वीर बताते हैं कि स्नो व्हाइट की बुक उनकी फेवरेट है। उसे परचेज करने के लिए अपनी दीदी के साथ आए हैं।

ये बुक्स लगी हैं- बॉक्स

इनकी अधिक डिमांड

लेखक- किताब

रविंद्र कालिया : नौ साल छोटी पत्नी

चित्रा युद्गल : डोमिन काकी

मृदुला गर्ग : वो दूसरी

मैत्रयी पुष्पा : आरक्षित

अशोक वाजपेयी : हम अपना बंसत पहचानते हैं

विश्वनाथ त्रिपाठी : आलोचना का सामाजिक दायित्व

मन्नू भंडारी : इनकी चुनिंदा कहानियां

रामदेव शुक्ल : निराला के साहित्य में गद्य का स्वादन

लगी हैं इन पब्लिशर्स की स्टाल्स

राजकमल प्रकाशन, राजपाल एंड संस, राजा पाकेट बुक्स, पीएम पब्लिकेशन, वाणी प्रकाशन, साहित्य अकादमी, राधा कृष्ण प्रकाशक, साक्षी प्रकाशन

कोट्स

मुझे जोक्स पढ़ना काफी अच्छा लगता है। इसलिए मैने सुपर हिट जोक्स की बुक खरीदी है। अच्छा लगा कि हमारे शहर में बुक फेयर लगा है।

- इशिका गुप्ता

मुझे लजीज व्यंजन बनाना अच्छा लगता है। इसके लिए मैने निधि कौरा की शाकाहारी व्यंजन की बुक खरीदी है। शाकाहारी व्यंजन बनाने के कई विधि दिए हैं इस किताब में।

- शीला

नेशनल बुक फेयर में आने के बाद दिखा कि यहां पर नेशनल और इंटरनेशनल पब्लिशर्स की इतनी सारी बुक्स अवेलेबल हैं। लिट्रेचर मुझे काफी अच्छा लगता है।

- अभय

चित्रा युद्गल की लिखी किताब डोमिन काकी को काफी दिनों से ढूंढ रही थी। उसे ही लेने यहां आई हूं। यहां आने के बाद अन्य साहित्यकारों की भी अच्छी किताबें मिल रही हैं।

- सलोनी