-पत्थर गिरजाघर के सामने स्थित परिसर में फिर लगने जा रहा है नेशनल बुक फेयर

-प्रख्यात कथाकार स्व। दूधनाथ सिंह को होगा समर्पित

ALLAHABAD: सिविल लाइंस के पत्थर गिरजाघर के सामने स्थित परिसर में एक बार फिर असंख्य पुस्तकों का जखीरा आने वाला है। इसमें विद्यार्थियों, बड़े-बुजुर्गो व महिलाओं की रुचि की किताबें उपलब्ध होंगी। लखनऊ की संस्था नॉलेज हब की ओर से आयोजित होने वाले बुक फेयर में जहां खासतौर से केन्द्र सरकार द्वारा संचालित नेशनल बुक ट्रस्ट की पहली बार एंट्री होने जा रही है। वहीं इलाहाबाद में बुक फेयर के आयोजन का दसवां वर्ष प्रख्यात कथाकार स्व। दूधनाथ सिंह को समर्पित किए जाने की भी घोषणा की गई है।

बारह फरवरी को होगा आगाज

पत्थर गिरजाघर के सामने नेशनल बुक फेयर का आगाज बारह फरवरी को होगा। यह फेयर दस दिनों तक चलेगा। लेकिन इलाहाबाद की सरजमीं पर नॉलेज हब का यह अंतिम बुक फेयर होगा। बुकफेयर के कर्ताधर्ता नॉलेज हब के देवराज अरोरा ने स्पष्ट कर दिया है कि इलाहाबाद में इसके बाद बुक फेयर का आयोजन नहीं किया जाएगा। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कारणों से परिवार ने स्पष्ट मना कर दिया है कि अब मुझे बुक फेयर लगाने नहीं जाना है।

पहली बार आएंगे नामचीन प्रकाशक

नेशनल बुक फेयर का अंतिम आयोजन कई मायने में खास होने जा रहा है। नेशनल बुक ट्रस्ट के अलावा पहली बार आधा दर्जन नामचीन प्रकाशकों का स्टॉल पुस्तक प्रेमियों के लिए उपलब्ध रहेगा। इनमें सामायिक प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, डायमंड पॉकेट बुक्स, योगदा प्रकाशन व गिडसन जैसे प्रकाशकों की एंट्री होगी। जबकि इलाहाबाद के राका व अंजुमन प्रकाशन ने भी बुक फेयर में शामिल होने का निर्णय लिया है।

वर्जन

इलाहाबाद में अंतिम बार नेशनल बुक फेयर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें नेशनल बुक ट्रस्ट सहित देश के कई नामचीन प्रकाशकों को आमंत्रित किया गया है। इस बुक फेयर में एक दिन प्रख्यात कथाकार स्व। दूधनाथ जी की स्मृति में बड़े स्तर पर साहित्यिक परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा।

-देवराज अरोरा, नॉलेज हब