-पिछले दो साल में डेंगू ने जमकर बरपाया है कहर

-सतर्क हुआ स्वास्थ्य विभाग, सड़कों पर गड्ढे बन सकते हैं डेंगू मच्छर का घर

ALLAHABAD: जून शुरू होते ही डेंगू का खतरा सिर पर मंडराने लगता है। जून से लेकर दिसंबर तक हर साल डेंगू के सैकड़ों मरीज सामने आते हैं। यही कारण है कि केंद्र सरकार ने नेशनल डेंगू डे मनाने का फैसला किया है। ताकि डेंगू के आने वाले भविष्य के खतरे से लोगों को सतर्क किया जा सके।

दो साल में आए डेढ़ हजार मरीज

डेंगू का कहर पिछले कुछ साल में तेजी से बढ़ा है। 2016 में जिले में बाढ़ आने के बाद एक हजार मरीज सामने आए थे। इसी तरह 2017 में सूखा पड़ने के बावजूद डेंगू के मरीजों की संख्या कम नहीं हुई। 450 से अधिक मरीजों ने दस्तक दी थी। इस साल भी मरीजों की शुरुआत हो चुकी है। जनवरी की शुरुआत में एक मरीज सामने आ चुका है।

सड़कों की खोदाई से बढ़ेगी परेशानी

खुद अधिकारी भी समझ रहे हैं कि इस साल कुंभ को लेकन चल रही सड़कों की खोदाई डेंगू और मलेरिया के फैलने का बड़ा कारण बन सकती है। जगह-जगह जलभराव होने से तेजी से मच्छर पनपेंगे जिन्हें काबू करना मुश्किल होगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि हमारी तैयारी पूरी है। नगर निगम और संबंधित विभागों के साथ मिलकर दवा का छिड़काव कराया जाएगा।

डेंगू के लक्षण

-अत्यधिक ठंड लगने के साथ अचानक तेज बुखार, सिर दर्द होना।

-शरीर पर लाल व गुलाबी रंग के चकत्ते पड़ जाना।

-कमजोरी लगना, भूख न लगना, जी मिचलाना।

-डेंगू की गंभीर स्थिति में नाक, मुंह, गुर्दा, मूत्र नली इत्यादि से रक्त बहना।

-कभी-कभी रोगी का बेहोश हो जाना।

-बुखार 102 डिग्री से अधिक होने पर शरीर पर पानी की पट्टियां रखें।

-रोगी की आराम करने दें, सामान्य रूप से खाना देना जारी रखें।

-डेंगू के लक्षण दिखाई पड़ने पर शीघ्र ही चिकित्सक की सलाह लें।

-जरूरत अनुसार सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र/चिकित्सालय से उपचार कराएं।

यह बरतें सावधानी

-पूरी आस्तीन का कपड़ा पहनें और पैरों में जूता-मोजा पहनें।

-सोते समय मच्छरदानी का यूज करें।

-घर के आसपास और गमले, बर्तन, डिब्बे और टायर आदि में पानी एकत्र न होने दें।

-कूलर का पानी निकालकर उसकी टंकी हटा दें।

-खिड़की तथा दरवाजों पर जालियां लगी हों।

तो यहां करिए कॉल

डेंगू से बचाव या सहायता के लिए सीएमओ कार्यालय में आपदा प्रबंधन एवं संचारी रोग की सूचना हेतु फोन नं। 0532-2640645, 9450597084पर सम्पर्क कर सकते हैं।

नगर निगम के साथ मिलकर तैयारियां कर ली गई हैं। शहर में जहां-जहां जल भराव होगा वहां दवा का छिड़काव और फॉगिंग कराई जाएगी। लोगों को भी थोड़ा होशियारी बरतनी होगी।

-केपी द्विवेदी, जिला मलेरिया अधिकारी

जून से डेंगू का खतरा आरंभ हो जाता है। ऐसे में अभियान चलाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। अगर किसी को जरूरत है तो दिए गए नंबर पर कॉल कर सकता है।

-डॉॅ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग बचाव अधिकारी