RANCHI: आए दिन बढ़ते परिवारिक विवाद और घरेलू मामलों का कोर्ट की दहलीज तक पहुंचना बेहद ही चिंतनीय विषय है। इसी को लेकर झारखंड हाइकोर्ट और झालसा के संयुक्त तत्वावधान में पहला नेशनल मीट फॉर सेंसिटाइजेशन ऑफ फैमिली कोर्ट मैटर्स कार्यक्रम का आयोजन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ऑडिटोरियम के जुडिशल एकेडमी में किया गया। कार्यक्रम के दौरान नई पत्रिकाओं का भी विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस जोसेफ कुरियन ने कहा इन दिनों समाज का माहौल कुछ ऐसा हो गया है, जिसकी वजह से फैमिली कोर्ट में केस काफी ज्यादा बढ़ गए हैं, जिसके दो मुख्य कारण उन्होंने बताए एक लव मैरिज और दूसरा हाई सोसाइटी की समस्या।

लाइफस्टाईल में तेजी से बदलाव

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने कहा कि वर्तमान में पारिवारिक और सामाजिक रिश्ते में काफी बदलाव आ रहे हैं, जिसमें लिव इन रिलेशनशिप और लव मैरिज सहित कई और परिस्थितियों के कारण फैमिली टूट रही है। सेमिनार के माध्यम से फैमिली कोर्ट के जजों को यह बताने की कोशिश की जा रही है कि कैसे वह केस को हैंडल करे, क्योंकि ये मामले काफी सेंसेटिव होते हैं और इसमें भविष्य निर्भर करता है। राजधानी में आयोजित नेशनल मीट में मुख्य अतिथि के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश जस्टिस कुरियन जोसफ, जस्टिस इंदिरा बनर्जी, झारखंड के चीफ जस्टिस अनिरूद्ध बोस, न्यायाधीश डीएन पटेल, न्यायाधीश एचसी मिश्रा, मुख्य सचिव सुधार त्रिपाठी, गृह सचिव एसकेजी रहाटे सहित हाई कोर्ट के अन्य न्यायाधीश, अधिवक्ता, बार काउंसिल के सदस्य, झालसा के अधिकारी और कई गणमान्य मौजूद थे।