प्रकृति इधर कुछ महीनों से अजब खेल खेल रही है। पहले बारिश ने तबाही मचाई, किसानों की फसलें तबाह कर दी। फिर भूकंप ने कुछ जगहों पर तबाही मचाई तो कुछ जगहों पर खौफ सा माहौल बनाया, अब मंगलवार को कुछ देर के लिए आई भयंकर आंधी ने अच्छा-खासा नुकसान कर डाला। प्रकृति के इस बिगड़े मिजाज से लोग डरे-सहमे हैं और दुआ कर रहे हैं कि अब बस करो भगवान। डिटेल्ड रिपोर्ट अंदर के पेज पर।

पहले बारिश फिर भूकंप अब आंधी-तूफान, क्यों लेने पर तुले हो जान?

- प्रकृति लगातार मचा रही है तबाही इंसान हुआ बेबस, बेमौसम बारिश, भूकंप के बाद आये आंधी-तूफान से थर्राये लोग

-मंगलवार को 70 किलोमीटर की रफ्तार से चली हवाओं ने मचाई तबाही, पंचक्रोशी में गिरा बिजली का पोल, रामनगर पीपा पुल टूटा

- पुल के बीचों बीच फंसे दर्जनों लोग और वाहन, खलिहानों में रखा भूसा उड़ा, ग्रामीण क्षेत्र में हवा ने मचाई तबाही

VARANASI: कभी बारिश, कभी ओला फिर भूकंप और अब आंधी-तूफान। न जाने भगवान क्या चाहता है। तभी तो पिछले कई महीनों से प्रकृति का कहर अलग अलग रूपों में इंसान के ऊपर टूट रहा है और सभी बेबस होकर सिर्फ इस तबाही को झेल रहे हैं। ताजा आये भूकंप के झटकों से अभी लोग उबर भी नहीं पाये थे कि मंगलवार को कुदरत का कहर एक बार फिर आंधी के रूप में सामने आया और सुबह के वक्त ही 70 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आई आंधी सभी को डरा दिया। आंधी के बाद हुई बूंदाबांदी ने लोगों को धूल से तो राहत दी लेकिन तब कुदरत का ये कहर शांत हुआ तो चारो ओर बर्बादी का मंजर देखने को मिला। हवा की तेज रफ्तार से रामनगर और सामनेघाट को जोड़ने वाला पीपा पुल फिर से डैमेज हो गया। आंधी के कारण पुल के टूटने से एक किनारे से दूसरे किनारों की ओर जाने वाले दर्जनों लोग पुल पर फंस गए और भगवान को याद करते रहे। पंचक्रोशी में बिजली का पोल जमींदोज हो गया, जिससे काफी नुकसान हुआ। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी आंधी से भारी नुकसान हुआ है।

हर बार डरा रहे हैं भगवान

शनिवार और रविवार को आये भूकंप के झटकों से हिले लोगों को मंगलवार को एक बार फिर कुदरत के कहर का सामना करना पड़ा। इस बार कुदरत ने आंधी के रूप में तबाही मचाई। पिछली बार आए चक्रवाती तूफान में ख्00 मीटर तक बह गए पीपा पुल को ठीक कर दो दिन पहले ही इस पर आवागमन शुरू हुआ था। जिसे मंगलवार को आई आंधी ने फिर से रोक दिया और चल रही तेज हवाओं में पुल को संभालने वाले पीपे बहकर बन रहे नये पुल से जा टकराये और पीपा पुल सीधे से धनुष शेप में हो गया। इस दौरान पुल के बीचों बीच मौजूद दर्जनों राहगीर फंस गए और पुल के बहने पर भगवान को याद कर अपने को बचाने की प्रार्थना करने लगे।

नाविकों ने बचाई जान

तेज आंधी के कारण गंगा में तेज लहरें उठने लगी। जिसके कारण नाविकों ने अपनी नावें पानी से बाहर निकाल ली। कुछ नावें जो गंगा में रह गई वह तेज हवा के कारण पलट गई। इस बीच बहे पुल पर फंसे लोग पुल किनारे लगे एंगल को पकड़कर अपनी जान बचाने की जुगत में लगे रहे। इस बीच हवा थोड़ी कम हुई तो वहां मौजूद नाविकों ने नाव को पानी में उतारा और पीपा पुल के पास पहुंचकर पुल पर फंसे लोगों को उतार कर घाट पर पहुंचाया। जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

गांव में मची तबाही

मंगलवार की सुबह आई आंधी से जहां पीपा पुल टूट गया वहीं ग्रामीण इलाकों में भी भारी नुकसान हुआ और तेज हवाओं के कारण आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पिंडरा के मानापुर गांव में आम का पेड़ गिरने से ब् महिलाओं समेत म् लोग घायल हो गए। वाराणसी-जौनपुर मार्ग पर रमईपुर गांव के सामने पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हो गया। मूलचंद पटेल की मड़ई पर पेड़ गिरने से मड़ई टूट गई और उसमे दबने से मूलचंद पटेल (भ्भ् वर्ष), मुन्नी देवी (भ्ख् वर्ष) बिंदू देवी (ख्भ् वर्ष), विनोद पटेल (ख्8 वर्ष सिर), सोनी देवी (ख्ख् वर्ष), शकुंतला देवी (ख्भ् वर्ष) घायल हो गई। घायलों को शिवपुर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बरवां गांव में दयाशंकर पटेल का टीनशेड तथा मगरू पटेल की मड़ई, कटौना में सुनीता देवी का छप्पर उड़ गया। कई जगह तार टूटने से विद्युत आपूर्ति भी बाधित रही। दानगंज, चोलापुर, सेवापुरी, चौबेपुर, हरहुआ, बड़ागांव, पिंडरा, लोहता रामनगर, दानगंज सहित जिले में हर ओर आंधी और बूंदाबांदी ने पब्लिक और किसानों की मुसीबत को बढ़ाने का काम किया।

झारखंड का प्रेशर यहां हुआ रिलीज

मंगलवार की सुबह आई तेज आंधी झारखंड में बने हवा के तेज प्रेशर का नतीजा रही। वहीं पुरवा हवा के साथ आई नमी और लोकल हीटिंग ने मौसम को बदलने का काम किया और हवा संग बूंदा बांदी हुई। हालांकि ये असर जल्द ही खत्म हो गया और एक घंटे बाद ही आसमान साफ हो गया और धूप खिल गई। इस बीच बादलों ने क्.म् मिमी पानी गिरा दिया। हालांकि अभी बूंदाबांदी का अंदेशा बना हुआ। इस बारे में मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय का कहना है कि वातावरण से नमी में कमी आ रही है। इससे एक दो दिन में मौसम साफ होने का अंदेशा है।

पांच डिग्री गिरा टेम्प्रेचर

मंगलवार को बदले मौसम के कारण तापमान में अचानक पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। ख्ब् घंटे में अधिकतम तापमान भ्.8 डिग्री से गिरकर फ्म्.8 से फ्क्.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान शून्य दशमलव पांच डिग्री बढ़कर ख्फ्.म् से ख्ब्.क् डिग्री सेल्सियस हो गया।

अप डाउन हो रहा है मौसम

पांच दिनों में मौसम लगातार अप डाउन हो रहा है।

डेट अधिकतम न्यूनतम

ख्ब् अप्रैल फ्9.ब् ख्म्.क्

ख्भ् अप्रैल फ्फ्.0 ख्क्.0

ख्म् अप्रैल फ्ब्.भ् ख्0.8

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