- मंदिरों में उमड़ी भीड़, घरों में कन्या जिमाकर श्रद्धालुओं ने किया व्रत परायण

- महिला मंडली ने प्रस्तुत किए भजन, प्रसाद वितरण, महाआरती का हुआ आयोजन

BAREILLY:

श्रद्धालुओं के हाथों में पूजा की थाल, चेहरों पर प्रस्फुटित होती आस्था की चमक, मां शेरावालिए और जय मां अम्बे के जयकारे, शीश झुकाकर मां से मुरादें मांगते भक्त, मां के दर्शन को मंदिरों के बाहर लगी लंबी लाइन। जी हां, नवमी पर मां के दर्शन के लिए कुछ ऐसा ही नजारा मंदिरों के अंदर और बाहर दिखाई दिया। संडे को मां सिद्धिदात्री का विधि विधान से पूजन कर मंदिरों और घरों में कन्या जिमाई गई। उपस्थित श्रद्धालुओं ने मां का प्रसाद ग्रहण किया। कई मंदिर कमेटीज ने जगह-जगह विशाल भोग व भंडारा का आयोजन किया।

देर शाम तक मंदिरों में रही भीड़

नवरात्रि की नवमी पर मां सिद्धिदात्री के पूजन के लिए शहर के सभी बड़े छोटे मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी लाइन दर्शन को लगी रही। घरों से सजाकर लाई गई पूजा की थाल से लोगों ने मां का पूजन कर जल अर्पण किया। वहीं, कुछ ने मंदिर के बाहर सजी फूल, फल, नारियल और चुनरी की टोकरी से मां का पूजन अर्चन किया। फिर श्रद्धालुओं ने कन्या जिमाई और अखंड व्रत का परायण किया। शिवालयों और देवी देवताओं के मंदिरों में भी दर्शन कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। भोर से ही शुरू हुआ मां के दर्शन और पूजन का सिलसिला जारी रहा।

समितियों ने की महाआरती

बिहारीपुर खत्रियान में श्री शिव शक्ति दुर्गा जी धाम मंदिर में हवन पूजन का आयोजन हुआ। शाम को श्री महाआरती महोत्सव आयोजन सेवा समिति, शिव सैनिकों, नाथ नगरी जलाभिषेक समिति ने महाआरती की। इस दौरान महिला मंडली ने भजन गाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने मां के भजन समेत अन्य देवी देवताओं के मनोहारी भजन प्रस्तुत किए। भजनों पर महिलाएं थिरकतीं रहीं। उन्होंने 'आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा', 'प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी', 'मां मुरादें पूरी कर दे हलवा बाटूंगी' समेत अन्य भजन प्रस्तुत कर नियमित कार्यक्रम का विश्राम हुआ।