-नव पत्रिका प्रवेश के साथ ही दुर्गा प्रतिमाओं में हुई प्राण प्रतिष्ठा

-तीन दिनी दुर्गोत्सव की हुई शुरुआत, पूजा पंडालों में उमड़ी भीड़

VARANASI

इंतजार की घडि़यां खत्म हुई। जगत जननी अपने भक्तों का आमंत्रण स्वीकार कर पंडालों में पहुंच चुकी हैं। नवरात्र की सप्तमी तिथि शनिवार की सुबह पंडालों में नव पत्रिका प्रवेश का धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ। 'या देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता' के महामंत्र ने भक्तों को देवी के मातृ स्वरूप का एहसास कराया। भक्तों में नव ऊर्जा का संचार हुआ। वे भक्ति और श्रद्धा के सागर में डूब गये। सुबह से ही भक्त मां के स्वागत और दर्शन के लिए पंडालों में पहुंचने लगे थे। ढोल, ढाक, शंख और घंटे ने एक साथ मां के आगमन की खुशियों की घोषणा की। नव पत्रिका प्रवेश के आयोजन के साथ ही मां को पहली पुष्पांजलि अर्पित की गई।

वनस्पतियों में मां का स्वरूप

वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शनिवार को नव पत्रिका प्रवेश का आयोजन हुआ। नौ तरह की वनस्पतियों केला, अरवी, हल्दी, जयंती, बिल्व, अनार, अशोक, सूरन और धान की बाली को मां दुर्गा के नौ स्वरूप मान कर विधिवत पूजा की गई। सप्तमी के दिन मां के 'कोला बोऊ' स्वरूप का दर्शन होता है। मां को प्रकृति का प्रतिरूप मान कर केले के छोटे तने को बहू की तरह सजाया गया और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना की गई। पंडालों में श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिला।

भक्तों से पट गया हर इलाका

तीन दिन तक मां अपने भक्तों को दर्शन देंगी। वैसे तो सुबह से ही श्रद्धालुओं का पूजा पंडालों में पहुंचना शुरू हो गया था लेकिन शाम होते-होते उनकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती गई। शहर का हर इलाका श्रद्धालुओं से पटा नजर आने लगा। श्रद्धालुओं में हथुआ मार्केट स्थित प्रीमियर बॉयज क्लब की देवी दुर्गा के दर्शन करने को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला। इसके अलावा भारत सेवाश्रम संघ, जिम स्पोर्टिग क्लब, ईगल क्लब, बाबा मच्छोदरा नाथ दुर्गोत्सव समिति, रामकृष्ण मिशन, यंग बॉयज क्लब सहित शहर के अन्य सभी पूजा पंडालों में भी खासी भीड़ उमड़ रही थी।