सुधरा जेल का माहौल
नवरात्र में मां दुर्गा के सामने सिर्फ कॉमन मैन ही नहीं बल्कि बड़े-बड़े अपराधी भी नतमस्तक हो जाते हैं। दूसरों को तकलीफ और परेशानी देकर अपनी जेब भरने के साथ खुश होने वाले हजारों लोग जेल के अंदर अपने गुनाह की सजा काट रहे हैं। इन लोगों का कभी खुले आसमान के नीचे रहने वाले लोगों के बीच टेरर था तो जेल के अंदर वाले भी इनके बिहेवियर से परेशान हैं। मगर नवरात्र में ये बंदी अचानक सीधे होने के साथ मां के भक्त बन गए। नवरात्र में न सिर्फ मां दुर्गा का व्रत रख रहे हैं बल्कि उनकी लैैंग्वेज और बिहेवियर में भी अचानक काफी चेंज आया है। सीनियर सुपरिटेंडेंट एसके शर्मा ने बताया कि अपने जुर्म की सजा काट रहे ये बंदी नवरात्र स्टार्ट होते ही पूरी आस्था से व्रत रखने के साथ उसका पालन कर रहे हैं। साथ ही जेल का माहौल भी काफी शांत हो गया है। एक दूसरे से गालीगलौज करने वाले बंदी पूजा-पाठ में अधिक समय व्यतीत कर रहे हैं। इससे न सिर्फ जेल का माहौल शांत हुआ है बल्कि बंदियों के व्यवहार में भी चेंज आया है। उन्होंने बताया कि जेल एडमिनिस्ट्रेशन भी व्रत वाले बंदियों के लिए पूरी व्यवस्था कर रहा है। सुबह शाम फल देने के साथ व्रत का खाना भी दिया जा रहा है।