-- बिहार पुलिस से मिले संकेत के बाद झारखंड पुलिस अलर्ट

रांची। सुल्तानगंज-तारापुर के बीच 29 जून को कांवरिया पथ के पास आईईडी बम मिलने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने सुरक्षा कड़ी करने का आदेश दिया है। जांच में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के 105 किलोमीटर कांवरिया पथ पर कांवरियों के वेश में नक्सली पुलिस बल पर हमला कर सकते हैं, ऐसी बात सामने आ रही है। बिहार पुलिस के इस अलर्ट के बाद झारखंड पुलिस भी सतर्क हो गयी है। नक्सल प्रभावित जिले के मुख्य रास्तों का 16 जुलाई तक जांच कराने का निर्देश दिया गया था, जिसकी जांच सुरक्षा दस्तों के द्वारा की जा चुकी है।

कांवरिया पथ पर पैनी नजर

नक्सल प्रभावित जमुई जिले के बटिया और मुंगेर जिले के गंगटा जंगल के रास्ते काफी संख्या में बाहरी कांवरियों का सुल्तानगंज में आगमन होता है। यहां से बाबा मंदिर देवघर तक के रुट पर दोनों राज्यों की पुलिस पैनी नजर बनाए रखेगी।

पुलिस बल रहें अलर्ट

देवघर एसपी के निर्देश पर सुल्तानगंज मेला क्षेत्र से लेकर झारखंड सीमा के भीतर बाबा मंदिर तक कांवरिया पथ की जांच करा लिया गया है। नक्सली हमले की आशंका के मद्देनजर ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारी और जवानों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। सुरक्षा के लिए पुलिस पोस्ट के पास मोर्चा बनाने का निर्देश दिया है।

बाइक से गश्ती का निर्देश

नक्सल प्रभावित इलाके और कांवरिया पथ पर जीप से गश्ती कराने में परहेज करने को कहा गया है। नक्सली कार्रवाई से बचने के लिए बाइक से पेट्रोलिंग सुनिश्चत कराने का निर्देश दिया गया है। गश्ती के दौरान पुलिस को अलर्ट रहने और बम निरोधी दस्ते को तैनात कराने को कहा गया है, ताकि सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। नक्सल इलाके में केन्द्रीय बलों की तैनाती कर सुरक्षा मजबूत करने का निर्देश दिया गया है।

लावारिस वस्तु पर रखें नजर

कांवरिया पथ पर लावरिस वस्तु पर नजर रखने को कहा गया है। इसके लिए लाउडस्पीकर से प्रचार और कांवरियों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है। मेला क्षेत्र या कांवरिया पथ पर संदिग्ध व्यक्ति मिलने पर उसकी तुरंत जांच पड़ताल कर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

एटीएस की टीम कर रही जांच

कांवरिया पथ पर आईईडी बम मिलने के बाद आतंकवाद निरोधी दस्ते की टीम को जांच के लिए मुंगेर और भागलपुर में तैनात किया गया है। एटीएस टीम बम के पीछे भागलपुर कनेक्शन की जांच कर रही है। श्रावणी मेला तक एटीएस की टीम को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है।