RANCHI: तमाड़ के उलीडीह में कंस्ट्रक्शन कपंनी के तीन वाहनों को पीएलएफआई के नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया। टाटा-रांची मार्ग के पास चल रहा था सड़क निर्माण का कार्य, जहां नक्सलियों ने दो जेसीबी और एक रोलर में आग लगा दी। मौके पर पुलिस पहुंच चुकी है। इस बाबत कंपनी के मुंशी के बयान पर तमाड़ थाना में लूटपाट व आगजनी का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर रात 20 की संख्या में आए हथियारबंद नक्सलियों ने ओम साईं कंस्ट्रक्शन कंपनी पर रात के दो बजे अचानक हमला कर दिया। कुछ नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे मजदूरों की पिटाई भी की। इसके बाद सभी को बंधक बनाकर वाहनों में आग लगाना शुरू कर दिया। इस दौरान नक्सली यह बोल भी रहे थे कि बिना उनकी इजाजत के इस इलाके में कोई काम नहीं हो सकता है।

एसपी कर रहे मामले की छानबीन

गौरतलब है कि इस इलाके को पुलिस ने कठिन परिश्रम के बाद माओवादियों से मुक्त करवाया था, लेकिन हाल के दिनों में पीएलएफआई और माओवादी दोनों दोबारा इस इलाके में सक्रिय हो गए हैं, जो पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। फिलहाल घटना की जानकारी मिलते ही रांची के ग्रामीण एसपी समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और नक्सलियों की तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी की।

सायनाथ मुंडा गैंग का हाथ

तमाड़ में ओम साई कंस्ट्रक्शन में आगजनी के मामले में पुलिस ने एक नक्सली को हिरासत में लिया है। बताया जाता है कि घटना को जिन नक्सलियों ने अंजाम दिया है, वह दो नवंबर को तमाड़ थाना पुलिस द्वारा जेल भेजे गए पीएलएफआई नक्सली सायनाथ मुंडा के गिरोह से हैं। पुलिस एक दो दिन में इस कांड का खुलासा कर सकती है। बताया जाता है कि घटना को अंजाम देनेवाले सभी नक्सली पूर्व में लेवी मांगने के आरोप में प्रेम सहाय बोदरा समेत कई नक्सलियों को जेल भेजा गया था। वही गिरोह जेल से बाहर आ गया है। गौरतलब हो कि रांची के तमाड़ थाना के जारगो जंगल से पीएलएफआई का उग्रवादी सायनाथ मुंडा गिरफ्तार किया गया था।