2014-15 से इसे सभी यूनिवर्सिटीज में लागू करने की प्लानिंग हो चुकी है.Next session से

एनसीसी अब सिर्फ एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टीविटी ही नहीं रह जाएगी। नेक्स्ट सेशन से इसे देश के ऑटोनोमस कॉलेजों में इलेक्टिव सब्जेक्ट के तौर पर शामिल किया जाएगा। जबकि 2014-15 सेशन से इसे सभी यूनिवर्सिटीज में इलेक्टिव सब्जेक्ट के तौर पर शामिल किए जाने का प्रस्ताव है। इस पर मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी ने यूजीसी, एआईसीटीई और एनसीटीई से सुझाव मांगे थे, जिस पर सभी विभागों ने अपना पॉजिटिव जवाब दिया है। एनसीसी कैडेट्स को इसके लिए अलग से क्रेडिट माक्र्स भी दिए जाएंगे। कॉलेज एडमिशन में लाभ दिया जाएगा।

बढ़ेगी संख्या

 देश में इस वक्त 400 ऑटोनोमस कॉलेज हैं, जिनमें अगले सेशन से इसे लागू कर दिया जाएगा। वहीं देश भर की करीब 700 यूनिवर्सिटी में इसे 2014-15 से लागू कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि आने वाले दो सालों में एनसीसी कैडेट्स की संख्या 13 लाख से 15 लाख हो जाएगी।

कब हुआ शुरू

एनसीसी एक्ट 1948 में पास हुआ। इसके बाद 15 जुलाई को इसकी शुरूआत की गई। 1949 में गल्र्स डिविजन शुरू की गई।

ये मिलती है पोस्ट

स्कूल में - चीफ ऑफिसर, फस्र्ट ऑफिसर, सेकेंड ऑफिसर, थर्ड ऑफिसर

कॉलेज में - मेजर, कैप्टन, लेफ्टिनेंट

फायदा ही फायदा

सेना में

एनसीसी सी सर्टिफिकेट वालों को यूपीएससी एग्जाम पास करने के बाद कमिशन से वो आईएमए या एसएसबी में जा सकते हैं। आईएमए और एसएसबी के रेगुलर कोर्स में 32 सीटें इनके लिए रिवर्ज होती हैं। वहीं ए और बी सर्टिफिकेट वालों को भी बोनस मार्क दिए जाते हैं, ताकि वो सेना में अपना ग्रेड सुधार सके। नेवी के हर कोर्स में छह सीटें इनके लिए रिवर्ज होती हैं। इसके लिए कैडेट के पास सी सर्टिफिकेट और इंटर में फिजिक्स और मैथ्स सब्जेक्ट होना चाहिए। डायरेक्ट एंट्री पर ए सर्टिफिकेट में दो नंबर, बी सर्टिफिकेट में चार नंबर और सी सर्टिफिकेट में छह नंबर अतिरिक्त मिलते हैं। सी सर्टिफिकेट वालों के लिएएयर फोर्स में  फ्लाईंग ब्रांच में दस परसेंट वेकेंसी रिवर्ज होती हैं। वहीं अन्य ब्रांच में भी लाभ मिलता है। एयरमैन एग्जाम में भी हर सर्टिफिकेट के हिसाब से दो से पांच नंबर तक का लाभ मिलता है। इसके अलावा अन्य फोर्सेज में भी एनसीसी सर्टिफिकेट रखने वालों को फायदा मिलता है।

यूपी में एमसीस के लाभ

- बीएड में एडमिशन के लिए सी सर्टिफिकेट वालों को 15 और बी सर्टिफिकेट वालों को 10 नंबर का रिलेक्सेशन मिलता है।

- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में यूजी में एडमिशन पर बी सर्टिफिकेट पर पांच परसेंट और पीजी कोर्स में सी सर्टिफिकेट पर पांच परसेंट का रिलेक्सेशन मिलता है।

- बरेली यूनिवर्सिटी में सी सर्टिफिकेट वालों को सभी कोर्स में 15 परसेंट और बी सर्टिफिकेट वालों को दस परसेंट का रिलेक्सेशन मिलता है।

-गोरखपुर यूनिवर्सिटी में सभी कोर्स में सी सर्टिफिकेट पर दो परसेंट की रियायत है। वहीं बीएड में एडमिशन के लिए सी सर्टिफिकेट पर 45 बोनस नंबर और बी सर्टिफिकेट में 30 नंबर बोनस के मिलते हैं।

- अवध यूनिवर्सिटी, वाराणसी यूनिवर्सिटी, काशी विद्यापीठ, बीएचयू में भी एनसीसी वालों को अपने हिसाब से रियायत देती हैं।

 - अलग-अलग आरडीसी में पार्टिसिपेट करने पर कैश प्राइज भी मिलते हैं।

"मैं एनसीसी में लेफ्टिनेंट हूं। मेरा मानना है कि एनसीसी हमें सेल्फ डिपेंडेंड तो बनाती ही है। ये लड़कियों के लिए भी बेहद जरूरी है। अगर सभी लड़कियां एनसीसी में आ जाएं तो उन पर होने वाले अपराधों में अपने आप कमी आ जाएगी। एनसीसी हमें अनुसाशन और एकता भी सिखाती है। इसे कॉलेजों में पढ़ाने का फैसला बहुत अच्छा है."

ले। अंजुला राजवंशी, एनसीसी, आरजी कॉलेज

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