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ALLAHABAD: टॉयलेट साफ नहीं हुआ या कोच में पानी नहीं है। फूड की क्वालिटी घटिया है या फिर कोच अटेंडेंट रिस्पांस नहीं कर रहा है। दारू पीकर सफर करने वालों ने सीट पर कब्जा जमा लिया है या महिला कोच में पुरुषों का कब्जा है। ट्रेन में चलने वाली स्कोर्ट सुनवाई नहीं कर रही है। एनसीआर जोन में ट्रेन में ऐसी या कोई अन्य समस्या है तो बर्दाश्त करने की जरूरत नहीं है। अपने ट्विटर एकाउंट से समस्या के साथ एक संदेश @gmncr1 को ट्वीट कर दें। इसके बाद की जिम्मेदारी खुद जीएम एनसीआर की मॉनिटरिंग में रन करने वाली टीम उठाएगी। यह व्यवस्था एनसीआर में लागू कर दी गयी है।

 

रखा जाएगा हर शिकायत का रिकार्ड

एनसीआर के विभिन्न महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रुके बगैर गुजरने वाली ट्रेनों में सवार पैसेंजर्स भी ट्विटर सेल यानी ऊपर दी गयी आईडी पर अपनी कम्प्लेन दर्ज करा सकेंगे। इसके बाद समस्या का समाधान प्रॉपर चैनल कराने के साथ उन्हें जल्द से जल्द सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही हर कंप्लेन का रिकार्ड रखा जाएगा। पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु के जमाने में लागू हुई मदद पहुंचाने की व्यवस्था को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, इसका दायरा व्यापक रखा गया है। ट्रेन में चोरी, छिनैती, लूट, डकैती से लेकर कोच की गंदगी तक की शिकायत की जा सकेगी। हर कम्प्लेन का रिकॉर्ड होने की वजह से इसे क्रास चेक भी किया जा सकेगा कि इम्प्लीमेंटेशन का लेवल क्या है।

 

 

03

मंडल इलाहाबाद, झांसी और आगरा एनसीआर में शामिल हैं

405

स्टेशन हैं कुल एनसीआर के क्षेत्र में

03

हजार 523 किलोमीटर का एरिया कवर करता है एनसीआर

611

ट्रेनें (मेल-एक्सप्रेस) प्रतिदिन एनसीआर से गुजरती हैं

421

मालगाडि़यां प्रतिदिन एनसीआर से होकर आती-जाती हैं

 

ट्विटर सेल 24 घंटे में 16 घंटे यानी सुबह छह बजे से रात दस बजे तक एक्िटव रहेगा। पैसेंजर्स की कंप्लेन आती रही और रिस्पांस बेहतर रहा तो इसे 16 घंटे की जगह 24 घंटे के लिए एक्टिव किया जा सकता है। ट्विटर सेल की कम्प्लेन का निस्तारण करने के साथ शिकायत करने वाले को पूरी तरह से संतुष्ट करने का प्रयास होगा।

-गौरव कृष्ण बंसल

सीपीआरओ, एनसीआर