Allahabad: जोर का झटका धीरे से। ट्यूजडे को नार्थ सेंट्रल रेलवे द्वारा महिलाओं के लिए शुरू की गई टोल फ्री हेल्पलाइन ने कुछ इसी अंदाज में ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं को झटका दिया। यह टोल फ्री हेल्पलाइन पहले ही दिन गच्चा दे गई। रेलवे द्वारा दिए गए निर्देश पर जब महिलाओं ने इस हेल्पलाइन को क्रास चेक करने के लिए फोन मिलाया तो रांग नंबर करके फोन कट जा रहा था। इसके बाद इस हेल्पलाइन को लेकर रेलवे की गंभीरता का अंदाजा महिलाओं ने लगाना शुरू कर दिया. 

डायल की गलत जानकारी दे दी थी रेलवे ने 
दरअसल, हुआ यूं कि एनसीआर ने ट्यूजडे को टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर-18001805315 स्टार्ट किया। मोबाइल से इस नंबर पर कॉल करने पर 11 अंकों वाले इस नंबर के आगे 0 जोडऩा अनिवार्य किया गया था। ऐसे में मोबाइल से जब महिला पैसेंजर्स ने कॉल किया तो रांग नंबर बताकर हेल्पलाइन का फोन कट गया। कानपुर से अपडाउन करने वाली प्रियंका ने बताया कि उन्होंने वेडनसडे मार्निंग को न्यूजपेपर में इस टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर का देखा था। क्रास चेक करने के लिए जीरो लगाकर नंबर पर कॉल की गई तो रांग नंबर बताकर फोन कट गया। उनको लगा कि रेलवे की अन्य हेल्पलाइन नंबर की तरह ही इसका भी रिस्पांस होगा.

Officers तक पहुंचा मामला, हुआ सुधार 
टोल फ्री हेल्पलाइन का नंबर मोबाइल से न मिलने का मामला जब रेलवे के सीनियर ऑफिसर्स तक पहुंचा तो हड़कम्प मच गया। रेलवे बोर्ड की इस महत्वाकांक्षी योजना के पहले ही दिन रांग कनेक्शन लगने से ऑफिसर्स सकते में आ गए। तुंरत मोबाइल व जीरो नंबर लगाने की इस गड़बड़ी को दूर करने की कोशिशें स्टार्ट कर दी गई। एक्सपर्ट की टीम इस प्रॉब्लम को दुरुस्त करने में लग गई। सोर्स ने बताया कि बाद में यह क्लीयर हुआ कि मोबाइल से कॉल करने पर भी जीरो नहीं लगाया जाएगा। बिना जीरो लगाए ही इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल पॉसिबल है. 

बात करनी है तो फिर जीरो मत लगाइए 
एनसीआर के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि पहले दिन यह सूचना मेंशन हो गई थी कि मोबाइल से कॉल करने पर जीरो लगाया जाएगा। लेकिन अब यह क्लीयर है कि मोबाइल से कॉल करने पर जीरो नहीं जोड़ा जाएगा.11 अंकों की हेल्पलाइन नंबर डाइरेक्ट कॉल करने पर हेल्पलाइन से कनेक्शन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यह हेल्पलाइन राउंड द क्लॉक 24 आवर्स वर्क करेगी। कॉल आते ही तुंरत जरूरतमंद को रिस्पांस किया जाएगा. 

 पहले दिन हो पाई सिर्फ एक की मदद 
हेल्पलाइन नंबर पर गड़बडी हो जाने के चलते पहले दिन एक ही महिला की मदद हो पाई। अलीगढ़ की रहने वाली जोया ने हेल्पलाइन पर फोन करके बताया कि उनकी भाभी अदरा जमाल कर्नाटक एक्सपे्रस में बैठी थी। ट्रेन में बैठने के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। उसके बाद हेल्पलाइन ने सेंट्रल रेलवे से संपर्क किया गया। जलगांव स्टेशन से गुजर रही ट्रेन को ट्रेस करके जर्नी कर रही महिला की जोया से बात करवाई गई. 

हर जोन द्वारा जारी किया जाएगा हेल्पलाइन नंबर 
रेलवे बोर्ड द्वारा महिलाओं की सेफ्टी के लिए सभी जोन द्वारा 24 आवर्स हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए हैं। एनसीआर ने शुरू कर दिया है, नार्दन द्वारा इसकी तैयारी की जा रही है। इसका मकसद है कि मुसीबत में महिलाओं तक जल्द से जल्द सुविधा को पहुंचाया जाए. 

डायल की गलत जानकारी दे दी थी रेलवे ने 

दरअसल, हुआ यूं कि एनसीआर ने ट्यूजडे को टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर-18001805315 स्टार्ट किया। मोबाइल से इस नंबर पर कॉल करने पर 11 अंकों वाले इस नंबर के आगे 0 जोडऩा अनिवार्य किया गया था। ऐसे में मोबाइल से जब महिला पैसेंजर्स ने कॉल किया तो रांग नंबर बताकर हेल्पलाइन का फोन कट गया। कानपुर से अपडाउन करने वाली प्रियंका ने बताया कि उन्होंने वेडनसडे मार्निंग को न्यूजपेपर में इस टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर का देखा था। क्रास चेक करने के लिए जीरो लगाकर नंबर पर कॉल की गई तो रांग नंबर बताकर फोन कट गया। उनको लगा कि रेलवे की अन्य हेल्पलाइन नंबर की तरह ही इसका भी रिस्पांस होगा।

Officers तक पहुंचा मामला, हुआ सुधार 

टोल फ्री हेल्पलाइन का नंबर मोबाइल से न मिलने का मामला जब रेलवे के सीनियर ऑफिसर्स तक पहुंचा तो हड़कम्प मच गया। रेलवे बोर्ड की इस महत्वाकांक्षी योजना के पहले ही दिन रांग कनेक्शन लगने से ऑफिसर्स सकते में आ गए। तुंरत मोबाइल व जीरो नंबर लगाने की इस गड़बड़ी को दूर करने की कोशिशें स्टार्ट कर दी गई। एक्सपर्ट की टीम इस प्रॉब्लम को दुरुस्त करने में लग गई। सोर्स ने बताया कि बाद में यह क्लीयर हुआ कि मोबाइल से कॉल करने पर भी जीरो नहीं लगाया जाएगा। बिना जीरो लगाए ही इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल पॉसिबल है. 

बात करनी है तो फिर जीरो मत लगाइए 

एनसीआर के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि पहले दिन यह सूचना मेंशन हो गई थी कि मोबाइल से कॉल करने पर जीरो लगाया जाएगा। लेकिन अब यह क्लीयर है कि मोबाइल से कॉल करने पर जीरो नहीं जोड़ा जाएगा.11 अंकों की हेल्पलाइन नंबर डाइरेक्ट कॉल करने पर हेल्पलाइन से कनेक्शन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यह हेल्पलाइन राउंड द क्लॉक 24 आवर्स वर्क करेगी। कॉल आते ही तुंरत जरूरतमंद को रिस्पांस किया जाएगा. 

 पहले दिन हो पाई सिर्फ एक की मदद 

हेल्पलाइन नंबर पर गड़बडी हो जाने के चलते पहले दिन एक ही महिला की मदद हो पाई। अलीगढ़ की रहने वाली जोया ने हेल्पलाइन पर फोन करके बताया कि उनकी भाभी अदरा जमाल कर्नाटक एक्सपे्रस में बैठी थी। ट्रेन में बैठने के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। उसके बाद हेल्पलाइन ने सेंट्रल रेलवे से संपर्क किया गया। जलगांव स्टेशन से गुजर रही ट्रेन को ट्रेस करके जर्नी कर रही महिला की जोया से बात करवाई गई. 

हर जोन द्वारा जारी किया जाएगा हेल्पलाइन नंबर 

रेलवे बोर्ड द्वारा महिलाओं की सेफ्टी के लिए सभी जोन द्वारा 24 आवर्स हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए हैं। एनसीआर ने शुरू कर दिया है, नार्दन द्वारा इसकी तैयारी की जा रही है। इसका मकसद है कि मुसीबत में महिलाओं तक जल्द से जल्द सुविधा को पहुंचाया जाए.