सड़क किनारे कब्जा किए बैठे हैं पटरी दुकानदार

वेंडिंग जोन पर कोई निर्णय नहीं ले सका है नगर निगम

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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला से पहले शहर को चमका देने का दावा अब जमीन पर उतरने लगा है। एक पहलू यह है तो इसका दूसरा पहलू यह है कि वेंडिंग जोन न बनाये जाने से चकाचक पटरियों पर फिर से कब्जा हो गया है। पब्लिक के चलने के लिए बनाए गए रास्तों पर ज्यादातर पटरी दुकानदारों का कब्जा हो जाने से जाम और अतिक्रमण की समस्या पहले जैसी ही स्थिति में पहुंचने लगी है। नगर निगम के अफसर अभी तक वेंडिंग जोन बनाने के लिए मिटिंग में ही बिजी हैं। मंगलवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया तो यही कहानी सामने आयी

गायब मिली पटरी

शहर की ट्रैफिक और पब्लिक के मूवमेंट को आसान बनाने के लिए सड़कों का नक्शा बदला जा रहा है। यह बदलाव नहीं दिख रहा है। पब्लिक सवाल उठाने लगी है कि बदलाव क्या पटरी दुकानदारों को बसाने के लिए किया जा रहा है। सिविल लाइंस में तुलसी चौराहा से पुराने शहर यानी जानसेनगंज की ओर आने वाली रोड पर रिपोर्टर पहुंचा तो पता चला सड़क किनारे की पटरी पहले की तरह अब दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है। दुकान का सामान उन्होंने सड़क तक फैला दिया। इससे सड़क फिर संकरी नजर आने लगी थी। पहले दुकानदार अव्यवस्थित और गंदी पटरी पर दुकान लगाते थे, अब चकाचक नई पटरी और पब्लिक के लिए चलने वाले रैंप पर बिजनेस कर रहे हैं।

फूट रैम्प पर लग रही हैं दुकानें

फायर ब्रिगेड चौराहा से आगे निरंजन पुल से पहले सड़क के दोनों तरफ यही स्थिति मिली। एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज की दीवार से लगी पटरी के बगल में पब्लिक के लिए रैम्प बनाया गया है। इसका पूरा फायदा पटरी दुकानदार उठाते मिले। बिजली घर चौराहे से एंग्लो बंगाली स्कूल तक पूरा रैंप पटरी दुकानदारों के कब्जे में दिखा।

कुंभ वर्क के बाद जिन सड़कों पर दुकानदारों द्वारा इंक्रोचमेंट किया जा रहा है, उसे जल्द ही खाली कराया जाएगा। पटरी दुकानदारों को बसाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है। वेंडिंग जोन के लिए जगह चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

अविनाश सिंह

नगर आयुक्त