VARANASI : पाकिस्तान की जेल से छूटकर वतन लौटे गाजीपुर के बहरियाबाद निवासी दिनेश विश्वकर्मा का बुधवार को शिवगंगा एक्सप्रेस ट्रेन से कैंट स्टेशन पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। चार साल तक पाकिस्तान के कराची स्थित मूलिर जेल में रहे दिनेश के चेहरे पर यातनाओं का दर्द साफ झलक रहा था। यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने पाकिस्तान जेल में पहुंचने और रिहा होने की दास्तां बतायी। उनके मुताबिक वह राजस्थान स्थित एक कम्पनी में काम करता था। जैसलमेर एरिया में काम करते हुए गलती से सीमा पार कर गया। पाकिस्तानी सैनिकों ने उसे जासूस बताकर अरेस्ट करके जेल में डाल दिया। यहां उसे तरह-तरह से प्रताडि़त किया गया। घर वालों की उसके पाकिस्तान जेल में होने की सूचना मिली तो उन्होंने रिहाई के लिए कोशिश शुरू की। उसकी रिहाई के लिए दैनिक जागरण ने भी अभियान छेड़ा। इसका असर हुआ है दिनेश को रिहाई मिल गयी।