नैनी यमुना ब्रिज पर चढ़े युवक को काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ की टीम ने उतारा

ALLAHABAD: नैनी स्थित नए पुल पर चढ़े मेजा क्षेत्र भारतगंज निवासी रजनीकांत को आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद फायर बिग्रेड व एनडीआरएफ की टीम जमीन पर उतारने में सफल रही। वह 24 घंटे से अधिक समय तक पुल पर रहा। इस दौरान परिवार और रिश्तेदारों के साथ ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम उसे नीचे आने के लिए मनाती रही। वह गांव की बंजर भूमि पर गौशाला खुलवाने की मांग को लेकर पुल पर चढ़ा था।

उतरने की राह तकते रहे सब

रजनीकांत पुत्र लक्ष्मीकांत सोमवार को नए यमुना पुल पर चढ़ा था। उसके पुल पर चढ़ने की सूचना जैसे ही पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को मिली वे फौरन पुल पर पहुंच गए। दोपहर के बाद परिवार और ग्रामीणों के अलावा पुलिस ने ग्राम प्रधान को भी उसे मनाने के लिए बुलवाया। सब देर रात तक उसे मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन किसी की एक न सुनी।

सुबह नाश्ते व भोजन की मांग

मंगलवार सुबह रजनीकांत ने एक लेटर के जरिए नाश्ता और भोजन मंगवाया। पुलिस ने किसी तरह फायर बिग्रेड और एनडीआएफ टीम का सहारा लिया। इसके बाद मिठाई, केला, दो बोतल पानी, पुरी सब्जी उसके पास भेजी गई। उसे भोजन आदि देने गए टीम के लोगों ने काफी मशक्कत की कि वह नीचे उतरे, लेकिन वह तैयार नहीं हुआ। दोपहर करीब तीन बजे के बाद एनडीआरएफ की टीम के कई सदस्यों को ऊपर भेजा गया। टीम के सदस्य उसे किसी तरह मनाकर नीचे ले आए। उसके नीचे उतरते ही परिवार और पुलिस और जिला प्रशासन के लोगों ने राहत की सांस ली।

मेडिकल चेकअप के लिए भेजा

इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि रजनीकांत को एनडीआरएफ और फायर बिग्रेड की टीम के द्वारा नीचे उतार लिया गया है। उसे मेडिकल चेकअप के लिए भेजा गया है। हाल ही में रजनीकांत सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिलने गया था। वहां उसने जहरीला पदार्थ खा लिया था। हालाकि बाद में उसे डाक्टरी इलाज के द्वारा बचा लिया गया था। वहां से लौटने के बाद गौशाला बनवाने की मांग को लेकर वह पुल पर चढ़ गया था।

रजनीकांत को एनडीआरएफ टीम की मदद से नीचे उतार लिया गया है। उसका मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है।

दीपेन्द्र नाथ चौधरी, एसपी यमुनापार