-शहर के महज बीस होटलों के पास है फायर ब्रिगेड की एनओसी

-सौ से अधिक होटल हैं शहर में, नहीं करते नॉ‌र्म्स फालो

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: शहर के अधिकतर होटलों के पास आग से निपटने के पर्याप्त साधन मौजूद नहीं हैं। ऐसा हम नहीं, फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट कह रहा है। डिपार्टमेंट के मुताबिक लाख कोशिशों के बावजूद होटल मालिकों ने एनओसी लेना उचित नहीं समझा। विभाग के अनुसार होटलों को नोटिस भेजा जा चुका है और अब विभाग कार्रवाई की तैयारी में है।

नोटिस का जवाब भी नहीं

नियमों के मुताबिक होटल, हॉस्पिटल्स, मॉल आदि अन्य इमारतों के पास फायर फाइटिंग उपकरणों की उपस्थित हर हाल में होनी चाहिए। यह व्यवस्था पर्याप्त है या नहीं, इसके लिए फायर ब्रिगेड से एनओसी लेनी पड़ती है। शहर में इस समय सौ से अधिक होटल संचालित हो रहे हैं और बमुश्किल बीस के पास ही एनओसी है। बाकी को नोटिस भेजा जा चुका है, जिसका उन पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझा।

इन इलाकों में ज्यादा खतरा

-चौक, घंटाघर, जानसेनगंज, स्टेशन रोड आदि इलाकों में बने होटल काफी संकरे रोड पर हैं।

-आग लगने पर यहां फायर ब्रिगेड की दमकल भी बमुश्किल ही पहुंच सकेगी।

-ऐसे में फायर फाइटिंग उपकरण नहीं होने से बड़ी घटना हो सकती है।

-विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इन एरियाज में स्थित अनेक होटलों के पास एनओसी मौजूद नहीं है।

ये हैं सुरक्षा नॉ‌र्म्स

फायर इंस्टींग्यूशर

हौज रील

फायर अलार्म सिस्टम

5000 लीटर पानी का ओवर हेड टैंक

450 लीटर प्रति मिनट का पंप

नोट: ये नॉ‌र्म्स 300 वर्ग मीटर क्षेत्रफल व 15 मीटर से कम ऊंचाई वाले होटल के लिए हैं।

स्मोक डिटेक्टर्स

10 से 50 हजार लीटर क्षमता वाला अंडर ग्राउंड वाटर टैंक

10 हजार लीटर का टेरेस टैंक

450 लीटर प्रति मिनट क्षमता का पंप

होज रील

नोट: ये ना‌र्म्स 300 वर्ग मीटर क्षेत्रफल व 15 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले होटल के लिए हैं।

क्या कहते हैं नियम

-नेशनल बिल्डिंग कोड ऑफ इंडिया एंड बिल्डिंग बाईलाज यूपी 2016 के मुताबिक 2005 से पहले बने होटलों में सेट बैक और पहुंच मार्ग की शर्तो को नहीं देखा जाएगा। इनके बाद खुलने वालों पर नियमों का पालन कराया जाना है। हालांकि एनओसी सभी के लिए अनिवार्य कर दी गई है।

वर्जन

होटल में शार्ट सर्किट से आग लगी थी। मार्निग में हमने मशक्कत कर आग बुझा दी। होटल में ठहरे लोगों को बाहर निकाला। होटल संचालक के ऐतराज करने पर चेतावनी दी गई। जान माल का कोई नुकसान नही हुआ है। अब जिन होटल मालिकों ने एनओसी नहीं ली है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

रविशंकर मिश्रा, चीफ फायर ऑफिसर, इलाहाबाद

इलाहाबाद में 100 से अधिक होटल हैं। ये बात सही है कि पुराने शहर में कई होटल ऐसे हैं, जो सुरक्षा मानकों के साथ ही फायर सेफ्टी के मानकों को पूरा नहीं करते। करोड़ों रुपये की बिल्डिंग में होटल चल रहे हैं। लेकिन आग बुझाने के संसाधन मौजूद नहीं हैं।

-सरदार जोगेंदर सिंह

अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन

इलाहाबाद