- मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में बताए उपचुनाव में हार के कारण

- कहा, अपराधियों की तरह भ्रष्टाचारियों से भी निपटेगी सरकार

LUCKNOW: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त पर कहा कि यह हार अत्यप्रशित थी। हर जीत और हार कुछ न कुछ सिखाती है। हमें हर हार से कुछ सबक मिलता है। बड़ी खाई में गिरने से अच्छा है कि हम लोग संभल कर चलें। मैं गोरखपुर से पांच बार सांसद रह चुका हूं। मैं सबको कहता था की चुनाव को हल्के में मत लो। चुनाव हो या परीक्षा, अति-आत्मविश्वास में नहीं रहना चाहिए। गोरखपुर के हमारे प्रत्याशी का अस्वस्थ होना भी हार का एक कारण रहा। सबको लगा कि योगी की सीट है, जीत जाएंगे। कार्यकत्र्ता भी लापरवाह हुआ। मतदान का प्रतिशत कम होना भी कारण रहा।

ये एक अवसरवादी गठबंधन

राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में योगी ने कहा कि सपा-बसपा की यह राजनैतिक सौदेबाजी किसी भी तरह सत्ता को प्राप्त करने की है। सपा और बसपा का जो चरित्र है वो सभी लोग जानते है। जो उनके बीच खिचड़ी पकी, उसको समझने में हमसे कोई चूक जरूर हुई है। सीएम और डिप्टी सीएम की सीट पर अति-आत्मविश्वास ने गड़बड़ किया। वहीं अखिलेश यादव द्वारा लगाए गये आरोपों पर बोले कि वे कहते हैं कि हमने एक्सप्रेस वे शुरू किया। यह कैसे पूरा हुआ, सबको पता है। हमने बजट में बड़ी धनराशि दी जिससे वह दोबारा शुरू हो सका। यह काम मेट्रो के लिए भी करना पड़ा तब वह शुरू हो पाई। योगी ने कहा कि जिस निर्ममता के साथ हम यूपी में अपराधियों से निपट रहे हैं, उसी तरह हम भ्रष्टाचारियों से भी निपटेंगे। कही कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। क्राइम और भ्रष्टाचार के मामले में हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति रहेगी। इन दोनों बुराईयों से हम यूपी को मुक्त बनाएंगे।

स्पिरिचुअल टूरिज्म को बढ़ाना चाहते हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अयोध्या बार-बार इसीलिए जाता हूं ताकि वहां पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके। हम अयोध्या में स्पिरिचुअल टूरिज्म को बढ़ाना चाहते हैं। यूपी में अपार संभावनाएं है। मैं पहला ऐसा सीएम हूं जो दुधवा नेशनल पार्क गया। इसी तरह अयोध्या, काशी में अपार संभावनाएं हैं। अयोध्या में दीवाली के दौरान सन्नाटा रहता था, इसीलिए हम लोग वहां गए। अयोध्या का हर व्यक्ति प्रफुल्लित हुआ। मैं दोबारा फिर वहां जाऊंगा। बोले कि अयोध्या में जिन इंडोनेशिया के कलाकारों ने परफॉर्म किया था वो ज्यादातर मुस्लिम थे। कोई राम, कोई हनुमान, कोई लक्ष्मण बना था। मैंने पूछा कि ये कैसे मुमकिन किया आप लोगों ने तो उन्होंने बताया कि राम हमारे पूर्वज थे। यहां तो ऐसे लोग भी हैं जिनको राम के नाम से ही करंट लगता है।