-शादी के बाद अपराध की दुनिया में लगाया था छलांग

-दो बेटियों में बड़ी सात और डेढ़ साल की है उसकी छोटी बेटी

ALLAHABAD: हिस्ट्रीशीटर नीरज बाल्मीकि तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उससे बड़े दोनों भाई प्राइवेट काम करते हैं। पिता की मौत के बाद मां व दो बहन समेत पूरे परिवार की जिम्मेदारी इन्हीं तीनों पर थी। नीरज की मौत के बाद उसकी पत्नी व दो मासूम बेटियों संग पूरे परिवार में मातम का माहौल रहा।

लोगों का दिल जीतने में था माहिर

अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले नीरज की शादी गुंजा देवी से हुई थी। शादी के कुछ साल बाद नीरज के कदम क्राइम की दुनिया में बढ़ने लगे। इस बीच उसकी दो बेटियां हुई। बड़ी बेटी सगुन सात तो छोटी सिद्धि करीब डेढ़ साल की है। बड़े भाई सोनू बाल्मीकि व मोनू बाल्मीकि प्राइवेट काम करते हैं। पूरा परिवार हंसते-खेलते जीवन व्यतीत कर रहा था। उसे जानने वालों की मानें तो शादी के करीब दो-तीन साल बाद नीरज अपराध की दुनिया में बहुत दूर निकल चुका था। स्वभाव से बेहद मिलनसार नीरज लोगों का दिल जीतने में माहिर था। उसके आपराधिक इतिहास को नजरंदाज करने वाले लोग उसके व्यवहार के कायल थे। इधर कुछ वर्षो से वह पुलिस और परिवार के दबाव में क्राइम की दुनिया से निकलने का मन बना लिया था। धीरे-धीरे अपराध से दूरी बना रहा नीरज इन दिनों खुद की सुरक्षा को लेकर बेपरवाह हो चुका था। उसकी यही लापरवाही शायद उसके मर्डर का कारण बन गई।