-बायो का पेपर रहा आसान, जबकि फिजिक्स ने किया कैंडिडेट्स को परेशान

- 96 फीसदी कैंडिडेट्स नीट में हुए अपीयर

GORAKHPUR: रेसिस्टेंस हो या इलेक्ट्रिक फील्ड, डायमेंशन हो या फिर इलेक्ट्रिक फील्ड। जंक्शन डायोड और एलसीआर सर्किट, फिजिक्स के इन पेचीदा उलझलते सवालों के भंवर में फंसे स्टूडेंट्स को नेशनल एलिजिबिल्टी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में काफी माथापच्ची करनी पड़ी। केमिस्ट्री का केमिकल लोचा तो उन्हें उलझाने में नाकाम रहा, तो वहीं बायो की पेचीदगी भी उन्होंने चुटकियों में सॉल्व कर डाली, लेकिन फिजिक्स के लेंदी सवालों के घेरे में आए कैंडिडेट्स काफी मशक्कत के बाद एक-एक सवालों का जवाब दे सके।

96 फीसदी रही हाजिरी

सीबीएसई की ओर से सिटी के 16 सेंटर्स पर कंडक्ट किए गए एग्जाम में करीब 9 हजार कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे। इसमें से महज चार फीसदी कैंडिडेट्स ही एग्जामिनेशन सेंटर्स तक नहीं पहुंच सके। 96 फीसदी कैंडिडेट्स एग्जाम में शामिल हुए और डॉक्टर बनने की राह का पहला पड़ाव एंट्रेंस एग्जाम के तौर पर पार किया। सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक कंडक्ट हुए इस एग्जाम में उन्हें 180 सवालों के जवाब देने थे, जिसमें ज्यादातर कैंडिडेट्स 150 के आसपास सवालों का जवाब देने में कामयाब रहे।

बाहर उतरवा दी गई सैंडल

नीट में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स के लिए जूते अलाऊ नहीं किए गए थे। इसको ध्यान में रखते हुए कैंडिडेट्स सैंडल और चप्पल पहनकर आए थे। मगर कैंडिडेट्स की चप्पल और सैंडल भी गेट के पास उतरवा दी गई। साथ ही जो कैंडिडेट्स हाथों में ब्रेसलेट या दूसरे धार्मिक धागे भी पहन कर आए थे, उन्हें उतरवा दिया गया, वहीं ग‌र्ल्स कैंडिडेट्स की क्लिप और ईयर रिंग भी निकलवाकर गेट के पास ही रखवा दी गई। सीबीएसई ने कैंडिडेट्स को किसी तरह के सामान न लाने की हिदायत दी थी, लेकिन बावजूद इसके कैंडिडेट्स पहनकर पहुंचे और उन्हें इसका खमियाजा भुगतना पड़ा।

बायो का पेपर काफी ईजी था, लेकिन फिजिक्स ने काफी मुश्किल खड़ी की। इसकी वजह से 180 में से 150 क्वेश्चन अटेंप्ट किए। एनसीईआरटी बेस्ट क्वेश्चन थे, ओवरऑल पेपर ठीक हुआ।

- विकास पांडेय, गाजियाबाद

फिजिक्स के सवालों ने काफी ज्यादा परेशान किया। बायो और केमिस्ट्री में परेशानी नहीं हुई। 150 सवालों के जवाब दिए हैं, उम्मीद है कि कोई अच्छा इंस्टीट्यूशन मिल जाएगा।

- नीरज चौधरी, चौरीचौरा

केमिस्ट्री और बायो का सेक्शन काफी ईजी था। फिजिक्स के सिर्फ 28 सवाल ही अटेंप्ट किए। काफी टाइम टेकिंग क्वेश्चन थे, जिसकी वजह से इसे लास्ट में अटेंप्ट किया। कुल 145 क्वेश्चन सॉल्व हुए।

- शुभम गुप्ता, एल्युमिनियम फैक्ट्री

फिजिक्स के सवाल काफी उलझाऊ थे। एक-एक सवाल को सॉल्व करने में काफी वक्त लग रहा था। 150 सवाल किए हैं, निगेटिव मार्किंग थी। उम्मीद है कि अच्छी रैंक आएगी।

- फहीम अंसारी, हाटा