छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट (नीट) की परीक्षा रविवार को शहर के चार परीक्षा केंद्रों में हुई. यह परीक्षा जमशेदपुर पब्लिक स्कूल बारीडीह, चिन्मया टेल्को, डीएवी बिष्टुपुर, डीएवी एनआइटी में ली गई. इसमें लगभग 2600 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी. परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम के पांच बजे तक आयोजित हुई. परीक्षा देकर बाहर निकले विद्यार्थियों ने बताया कि बायोलॉजी विषय के सवाल सबसे आसान रहे. इतने आसान प्रश्न कभी नहीं पूछे गए. इससे वे खुश थे. विद्यार्थियों ने बताया कि फिजिक्स काफी ट्रिकी थी. न्यूमेरिकल व थियोरी से सबसे अधिक सवाल पूछे गए थे. केमेस्ट्री भी आसान थी. परीक्षा में कुल 720 अंक के प्रश्न पूछे गए थे. इसमें फिजिक्स से 45, केमेस्ट्री से 45 और बायोलॉजी से 90 प्रश्न थे. सभी प्रश्नों के उत्तर के लिए चार-चार अंक निर्धारित थे.

प्रश्न कैलकुलेशन बेस्ड

परीक्षार्थियों के अनुसार बीते वर्ष की तुलना में प्रश्न आसान थे. लेकिन तीनों पत्र में फिजिक्स सबसे टफ था. प्रश्न उलझाने वाला था. न्यूमेरिकल्स की संख्या अधिक थी. प्रश्न कैलकुलेशन बेस्ड थे. इस कारण हल करने में अधिक समय लग रहे थे. सबसे अधिक प्रश्न मेकेनिक्स और ऑप्टिक्स से पूछे गए थे. केमिस्ट्री और बायोलॉजी के सभी प्रश्न एनसीईआरटी से थे. केमिस्ट्री के अधिकांश प्रश्न कंसेप्ट व अप्लीकेशन बेस्ड थे. तीनों पत्रों में बायोलॉजी के प्रश्न ही सबसे आसान थे. अधिकांश प्रश्न कांसेप्ट पर आधारित थे. मजबूत कांसेप्ट वाले छात्रों को समस्या नहीं हुई होगी.

कड़ी जांच के बाद एंट्री

नीट की परीक्षा में सुरक्षा के चाक चौबंद व्यवस्था थी. परीक्षार्थियों की तलाशी हर तरह से ली गई. छात्र-छात्राओं के कान और मुंह तक की तलाशी ली गई. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की कड़ाई से जांच हो रही थी. छात्राओं के कान, नाक, हाथ गले में पहने सभी जेवरात हटाना पड़ा. इसके अलावा छात्राओं से सैंडिल तक खुलवा दिए गए. इसी तरह छात्रों के पर्स, बेल्ट, अंगूठी, हाथ में पहना कड़ा और यहां तक कि धागा भी कैंची से काटकर हटाया गया. मेटल डिटेक्टर से जांच हो रही थी. परीक्षार्थियों को केवल प्रवेशपत्र, एक फोटो व कोई एक पहचानपत्र ले जाने की अनुमति दी गई.

जेपीएस में 20 मिनट देर से शुरू हुई परीक्षा

जमशेदपुर पब्लिक स्कूल (जेपीएस) बारीडीह में नीट की परीक्षा 20 मिनट देर से प्रारंभ हुई. इस कारण छात्रों को परेशानी हुई. दो बजे छात्रों को उत्तरपुस्तिका मिली और 20 मिनट इसमें नाम, पता और अन्य बातों को भरने में समय लगा. उसके बाद प्रश्न पत्र दिया गया. कई अभिभावकों ने इसकी शिकायत विभिन्न मीडिया हाउस में की.