छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टेल्को थाना अंतर्गत मनीफीट बाजार स्थित पिंटू सिंह के फ्लैट में 11 मई, 2018 की रात्रि हुई नीतू देवी की हत्या का राज खुल गया है। सोमवार को एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि नीतू के पति के दोस्त विक्रम सिंह ने ही गला दबाकर की उसकी जान ली थी। एसएसपी ने पत्रकारों को बताया कि नीतू की मां लक्ष्मी देवी ने विक्रम सिंह पर हत्या का संदेह व्यक्त किया था। इसके बाद सिटी एसपी प्रभात कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई और 24 घंटे के अंदर ही मामले का खुलासा कर दिया। हत्या में शामिल विक्रम सिंह ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसके पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन तथा सोने की दो अंगूठी बरामद की है। घटना के बाद विक्रम सिंह वाहन (407) लेकर आदित्यपुर की ओर जा रहा था। पुलिस को सूचना मिलते ही उसे रास्ते से ही हिरासत में ले लिया। पहले तो उसने मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया, लेकिन पुलिस की कड़ाई के आगे घुटने टेक दिए।

घूमने गए थे मॉल

विक्रम सिंह ने पुलिस को बताया कि मृतका नीतू देवी की शादी 2005 में ही हुई थी। शादी के बाद उसका पति से अनबन हो गया और मामला न्यायालय तक पहुंच गया। महिला अकेले रहती थी। इसके बाद वह विक्रम सिंह के संपर्क में आ गई। विक्रम ने बताया कि नीतू पर उसने काफी पैसे खर्च किए थे। वारदात के दिन 11 मई को नीतू को घुमाने के लिए बिष्टुपुर स्थित पीएम मॉल लेकर गया था। मॉल में नीतू किसी दूसरे आदमी के साथ घूमने लगी। यह बात विक्रम को बुरी लगी। रात में दोनों घर आए और दोनों चाकलेट व समोसा खाए। इस दौरान दूसरे आदमी के साथ घूमने की बात को लेकर दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं होने लगी। कुछ ही देर में उनकी बहस बढ़ गई और गुस्से में आकर विक्रम ने नीतू को गला दबाकर मार डाला।

बिरसानगर में रहता था

नीतू के मर्डर का आरोपी विक्रम सिंह बिरसानगर जोन नंबर पांच, सीटू तालाब के पास अपनी पत्‍‌नी के साथ रहता है। पत्‍‌नी ओडिशा की रहने वाली है। पुलिस ने जब विक्रम की पत्‍‌नी से पूछताछ की तो उसने बताया कि तीन साल पूर्व रंकिणी मंदिर में दोनों शादी की। जबकि दो बच्चे उसके पूर्व के पति से हैं।