-पूर्व सीएम ने किया ट्वीट, सपा जिलाध्यक्ष पहुंचे गांव

-प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद भूख से मौत की खारिज

BAREILLY: रामनगर के कुंडरिया इखलास पुर गांव में गरीब नेमचंद की मौत पर राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा है तो सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव सपा नेताओं के साथ गांव पहुंचे और प्रशासन पर मदद न करने का आरोप लगाया। वहीं इस सब राजनीति पर प्रशासन ने विराम लगाते हुए भूख से मौत से साफ इनकार किया है। प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एसडीएम की जांच को आधार बनाया है। वहीं विशेष सचिव खाद्य विभाग ने भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी तो प्रशासन ने पूरी रिपोर्ट भेज दी है। वहीं नेमचंद का अंतिम संस्कार कर दिया गया। यहां भी आरोप लगा कि गांव वालों ने चंदा देकर अंतिम संस्कार किया।

किडनी और लंग की बीमारी से मौत

बता दें कि 4 जनवरी को नेमचंद की मौत हो गई। जिसके बाद कहा गया कि नेमचंद की मौत भूख से हो गई। प्रशासन ने एसडीएम, तहसीलदार और लेखपाल को मौके पर भेजकर जांच कराई और बताया कि नेमचंद ने 13 दिसंबर को 70 किलो राशन लिया था। उसके लकवा मार गया था और उसकी मां उसे छोड़कर चली गई थी। प्रशासन ने रात में ही नेमचंद का पोस्टमार्टम कराया तो पोस्टमार्टम में क्रोनिक लंग और किडनी डिजीज की वजह से मौत हुई है। उसके पेट में 100 एमएल मिल्की लिक्विड भी मिला है। जिससे भुखमरी से मौत नहीं है। प्रभारी डीएम ने सुबह ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट और लिखित रिपोर्ट भी सोशल मीडिया पर जारी कर दी।

आवास और 10 लाख मिले मुआवजा

इस सबसे इतर सुबह करीब 11 बजे नेमचंद की मौत पर टवीट किया और लिखा कि तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है, भूख से नेमचंद की मौत और प्रदेश सरकार आंकड़ों और फाइलों का हवाला देने में व्यस्त, शर्मनाक। इधर ट्वीट हुआ तो उधर सपा जिलाध्यक्ष टीम के साथ गांव पहुंचे। शुभलेश यादव ने पहले नेमचंद की मां खिल्लोदेवी को सांत्वना दी। उसके बाद एसडीएम को फोन कर मां को सरकारी मदद न देने की बात कही। यही नहीं मां को रजाई दी और नेमचंद के परिवार को 10 लाख रुपए की मदद और आवास की मांग की।