-किन्नरों के उत्पात, अवैध वसूली से पैसेंजर्स हुए हलकान

-गुवहाटी से चंड़ीगढ़ जा रही ट्रेन में शिकायत पर नहीं मिली राहत

GORALJPUR:

ट्रेन से सफर के दौरान कोच में होने वाली समस्या की सोशल मीडिया पर शिकायत का असर कम होने लगा है। रेलवे अधिकारियों के ट्विटर हैंडलर शिकायतों को संबंधित विभागों को फारवर्ड कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ले रहे हैं। शनिवार को डिब्रूगढ़ से चलकर चंड़ीगढ़ जाने वाली 15903 चंडीगढ़ एक्सप्रेस में सवार पैंसेजर को काफी प्रॉब्लम हुई। स्लीपर कोच में सवार किन्नरों की अराजकता से परेशान यात्रियों ने ट्विटर के जरिए शिकायत दर्ज कराई। लेकिन घंटों कोई झांकने नहीं आया। अलबत्ता, हर जंक्शन पर किन्नरों पर उत्पात बढ़ता चला गया। परेशान हाल पैंसेजर्स किन्नरों की अवैध वसूली के शिकार होते रहे। लोंगों का कहना है कि यह सिर्फ एक ट्रेन का हाल नहीं है। ज्यादातर ट्रेनों में वसूली करने वाले किन्नर आरपीएफ और जीआरपी पर भारी पड़ते हैं।

चंडीगढ़ एक्सप्रेस में जमकर दिखाई अराजकता

देवरिया के अविनाश सिंह उर्फ भोलू सिंह, चौरीचौरा एरिया के रामपाल सिंह चुन्नू बाबू और धर्मेद्र चौधरी सहित कई लोग गुवहाटी गए थे। सभी पैंसेजर चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस से गोरखपुर लौट रहे थे। एस फाइव स्लीपर कोच में सभी का रिजर्वेशन था। कटिहार जंक्शन पर ट्रेन पहुंची तभी से किन्नरों की वसूली शुरू हो गई। कटिहार जंक्शन, नौगछिया, खगरिया, बरौनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, सोनपुर, छपरा और सिवान के बीच किन्नरों का झुंड हर जंक्शन पर सवार होता रहा। कोच में घुसकर किन्नर जबरन यात्रियों से वसूली करते रहे। उनके निशाने पर ज्यादातर युवा और परिवार के साथ यात्रा करने वाले लोग थे।

छह घंटे किन्नरों से परेशान रहे पैंसेजर्स

किन्नरों की वसूली से तंग आकर कुछ पैंसेजर्स ने रेल मंत्री, रेलवे अधिकारियों के ट्विटर पर मामले की शिकायत दर्ज कराई। ट्रेन में वसूली का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। ट्विटर हैंडलर शिकायत दर्ज कर आरपीएफ को मामला फारवर्ड करते रहे। लेकिन सुबह 10 बजे दर्ज हुई शिकायत का आरपीएफ ने संज्ञान नहीं लिया। कटिहार जंक्शन से लेकर देवरिया के बीच आरपीएफ के जवान कोच में झांकने नहीं आए। इस दौरान हर कोच में सात घंटे तक पैंसेजर्स किन्नरों से टार्चर होते रहे। कुछ पैंसेजर्स ने जब वसूली का विरोध किया तो किन्नर उनसे झगड़ा करने पर उतारू हो गए। इसलिए लोगों ने चुपचाप रुपए देने में भलाई समझी। बेवजह परेशान हो रहे पैंसेजर्स रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था कोसते रहे। यात्रियों ने बताया कि ट्रेनों में किन्नरों की वसूली पर लगाम नहीं कस पा रही है।

इन स्टेशनों के बीच किन्नरों की वसूली

सीवान, छपरा जंक्शन, सोनपुर जंक्शन, हाजीपुर जंक्शन, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बरौनी, खगडि़या, नौगछिया और कटिहार जंक्शन।

अपने परिचितों संग गुवहाटी से लौट रहा था। जिस जंक्शन पर ट्रेन रुकती थी। वहीं, तीन-चार किन्नर कोच में सवार हो जाते थे। वह लोगों से जबरन 10-10 रुपए मांगते थे। पैसा न देने पर बदसूलकी करते हुए परेशान करते थे। आरपीएफ और जीआरपी का कुछ पता नहीं चला।

-अविनाश सिंह भोलू, पैंसेजर

ट्रेन में होने वाली किसी तरह की असुविधा की शिकायत करने का कोई फायदा नहीं मिला। हमारे कोच में यात्रा कर रहे एक पैंसेजर की मदद से रेलवे मंत्री के ट्वीटर पर किन्नरों के वसूली करने की सूचना दी गई। घंटों कोई झांकने नहीं आया। अलबत्ता, वसूली बढ़ती चली गई।

-रामपाल उर्फ चुन्नू बाबू, पैंसेजर