- नेपाल के भूकंप पीडि़तों के लिए भेजे जरूरत के साजो सामान

- रेलवे स्टेशन पर मेडिकल बूथ, हेल्पलाइन वर्किंग, वहीं फ्री ऑफ कॉस्ट भेजे जाने का सिलसिला भी जारी

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : नेपाल में आपदा के बाद दोबारा जिंदगी की गाड़ी को पटरी पर लौटाने के लिए जद्दोजहद जारी है। सिर्फ इंडिया ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया इसमें हर पॉसिबल मदद कर रही है। इंडियन रेलवे भी नेपाल अर्थक्वेक सरवाइवर्स को उनके घरों तक सेफ पहुंचाने में लगा हुआ है। इस सीरीज में एनई रेलवे वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन ने भी कदम बढ़ाया है। संडे को एसोसिएशन की अध्यक्ष कुमकुम मिश्रा की देखरेख में नेपाल में भूकंप पीडि़तों की जरूरत के सामान के साथ एक ट्रक रवाना किया गया।

डेली जरूरत के सामान भेजे गए

एसोसिएशन की ओर से सेक्रेटरी कविता सिंह, संगीता अग्रवाल, श्रुतिका सिंह की देखरेख में सामानों की हाई क्वालिटी पैकिंग कराई गई, ताकि रिलीफ मैटेरियल सही तरीके से जरूरतमंदों तक पहुंच सके। पीआरओ एसपी मिश्रा ने बताया कि ट्रक में 27 बोरी फैमिली पैक जिसमें कि चावल, दाल, नमक, भुना चना, दूध, चायपत्ती, गुड़, नमकीन, लाई और चादर थी, रखा गया। इसके साथ ही 200 नग कंबल, 5 बोरी चावल, 9 गत्ते पारले जी बिस्कुट, 19 गत्ता रस्क, 13 कट्टा आटा और 7 गत्ता सेनेटरी नैपकिन शामिल हैं।

अब तक 3603 को रेलवे ने पहुंचाया घर

नेपाल अर्थक्वेक सरवाइवर्स को लगातार रेलवे फ्री ऑफ कॉस्ट घर पहुंचाने में लगा हुआ है। अब तक करीब 3600 से ज्यादा लोगों को सही सलामत उनके घर पहुंचाया जा चुका है। एसपी मिश्रा ने बताया कि 3004 लोगों को जीरो वैल्यु टिकट इशु कर घर भेजा गया है। अब तक मैक्सिमम लोगों को घरों तक पहुंचाया जा चुका है, अब कुछ लोग ही नेपाल के अफेक्टेड एरियाज में बचे हुए हैं, जिनको घर पहुंचाने का काम चल रहा है। इसके लिए रेलवे ने ट्रेंस में एक्स्ट्रा कोचेज के इंतजाम किए हैं। वहीं मेडिकली अनफिट लोगों के लिए स्टेशन पर मेडिकल बूथ भी बनाया गया है, जिसमें लगातार इलाज चल रहा है।