सपा सुप्रीमो का फरमान, बीच के लोग पैदा कर रहे हमारे बीच फूट

-समाजवादी परिवार में मतभेद नहीं

LUCKNOW : सपा सुप्रीमो ने भी घर की लड़ाई के लिए बीच को लोगों को ही खलनायक माना है। शुक्रवार को तेजी के साथ बदलते घटनाक्रम के बीच शिवपाल और अखिलेश के समर्थकों के बीच पार्टी ऑफिस पहुंचे मुलायम सिंह ने कहा कि पार्टी और परिवार में कोई मतभेद नहीं है। मेरे रहते पार्टी में कोई फूट नहीं हो सकती। शिवपाल और अखिलेश में भी कोई झगड़ा नहीं है, समाजवादी परिवार हमारा है। सबको हमारी बात माननी पड़ेगी। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने भी पूरी लड़ाई के लिए बाहरी लोगों पर ही ठीकरा फोड़ा था।

पहले मैं, बाद में अखिलेश

मुलायम ने कहा कि अखिलेश हमारी बात नहीं टाल सकते, जो कहेंगे उसे मानना पड़ेगा। मुलायम ने कहा कि मैं तीन बार प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा, 11 बार विधायक रहा, छह बार सांसद रहा। तब अखिलेश थे क्या? प्रधानमंत्री भी बन जाते लेकिन यह बात अलग है कि लालू प्रसाद ने नहीं बनने दिया लेकिन अब वह हमारे समधी हो गये। अब उनसे बहुत अच्छे रिश्ते हैं। वह हैसियत वाले नेता हैं, उन्हें भी चिंता थी जिसे मैंने दूर कर दी। उन्होंने कहा कि अखिलेश को मैंने मुख्यमंत्री बनाया प्रदेश में अच्छा काम भी हुआ है। सभी एकजुट हैं और चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी पहली सभा छह अक्टूबर को आजमगढ़ में है। आप लोग भी यह संकल्प ले कर जाइये की दोबारा प्रदेश मे सपा की सरकार बनायेंगे। नौजवान जिसके साथ रहते हैं वह पार्टी मजबूत रहती है। यह नौजवान सपा के साथ हैं। क्या हमारी बात अखिलेश टाल देंगे? शिवपाल ने कह ही दिया है कि वह हमारा फैसला मानेंगे। हम सब एक हैं।

कुछ को पार्टी की तरक्की पसंद नहीं

मुलायम ने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि प्रदेश में दोबारा समाजवादी पार्टी की सरकार ना बने। वह लोग पार्टी और परिवार में फूट डालना चाहते हैं। लेकिन हम एक जुट हैं किसी की कोई साजिश काम नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी एक जुट है और रहेगी।

फिर से मंत्री बनेंगे गायत्री प्रजापति

मुलायम ने कहा कि गायत्री प्रजापति पार्टी से नहीं हटाये गये हैं। वह हमारे साथ हैं। गायत्री के खिलाफ जो भी कार्रवाई की गयी गयी है वह सब रद्द की जाती है। मुलायम ने कहा कि प्रजापति पार्टी में हैं और रहेंगे। उनके खिलाफ लिये गये सारे फैसलों को मैं रद्द करता हूं। इसके बाद यह संकेत मिल रहे हैं कि गायत्री को दोबारा मंत्रिपरिषद में वापसी होगी और उन्हें खनन के स्थान पर दूसरा कोई विभाग दिया जाएगा।

शिवपाल और अखिलेश के लिए नारे

पार्टी दफ्तर में सुबह से ही पार्टी कार्यकर्ता जुटने लगे थे। वह शिवपाल के सम्मान वापसी की मांग कर रहे थे। मुलायम के निर्देश पर सभी को नये ऑडिटोरियम में बैठाया गया। ऑडिटोरियम में जितने लोग बैठे थे उससे कहीं ज्यादा लोग अंदर और बाहर थे। मुलायम की मौजूदगी में शिवपाल और अखिलेश के लिए बीच बीच में नारे लगते रहे। शिवपाल समर्थकों ने शिवपाल की फोटो छपी टीशर्ट पहन रखी थी।