- पटना के तीन बड़े डाकघरों की लाइव रिपोर्ट

- हर जगह परेशान दिखे पोस्ट ऑफिस कस्टमर

- पब्लिक के साथ पोस्टल एजेंट भी हैं हताश

- 15 दिनों से हर पोस्ट ऑफिस में है लिंक फेल

amit.verma@inext.co.in

PATNA : 15 दिन से चक्कर लगा रहा हूं। बहुत अफसोस है, क्यों पोस्ट ऑफिस के फेर में फंस गया। इससे बढि़या तो किसी बैंक में अकाउंट खुलवा लेता। कम-से-कम रोज-रोज के लिंक फेल वाली समस्या से तो नहीं पाला पड़ता। कुछ यूं बिफर पड़े पाटलिपुत्र के 75 साल के अजीत प्रसाद, जब हमने उनसे पूछा कि कितने दिन से आपका काम अटका पड़ा है। वहीं जमाल रोड के आदित्य सराफ भी एक महीने से पाटलिपुत्र पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगा-लगा के थक चुके हैं। पीपीएफ अकाउंट में डिपोजिट जैसे छोटे से काम के लिए भी उन्हें बार-बार पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगाना पड़ रहा है। लेकिन लिंक फेल का भूत उनका भी पीछा नहीं छोड़ रहा। दरअसल कोर बैंकिंग प्रणाली से सूबे के ज्यादातर डाकघरों के जुड़ने के बाद अब ऑनलाइन ही सारा काम हो रहा है। लेकिन बिहार सहित पूरे देश के पोस्ट ऑफिस लिंक फेल की समस्या से फिलहाल जूझ रहे हैं जिसका खामियाजा भुगत रहे हैं लाखों कस्टमर।

पाटलिपुत्र डाकघर @ 12.30pm

गिने-चुने काउंटर पर लोगों की भीड़। हर किसी का एक ही सवाल - लिंक आया क्या? मार्च यानि वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना और अगर बात 30-31 मार्च की हो तो आयकर रिटर्न फाइल करने वालों की हड़बड़ी समझी जा सकती है। हर किसी के लिए अपना पीपीएफ अकाउंट, एनएससी, केवीपी आदि अपडेट करना जरूरी होता है। ऐसे में अगर 15 दिनों से लिंक फेल हो, अकाउंट अपडेट ना हो रहा हो, तो लोगों की नाराजगी जायज ही है। ना सिर्फ कस्टमर बल्कि पोस्टल एजेंट्स भी पोस्ट ऑफिस के लिंक फेल सिस्टम से खासे नाराज दिखे।

आम लोगों के साथ पोस्टल एजेंट का भी काम ठप हो गया है। इससे अच्छा तो मैनुअल सिस्टम ही था। अब ये प्रॉब्लम तो आए दिन आ रही है। कैसे हमारा काम चलेगा। पिछले 15 दिनों से यही हाल है। मार्च महीने में ऐसा होने से सबकी परेशानी ज्यादा बढ़ गई है।

-लीलावती, पोस्टल एजेंट

पटना जीपीओ @ 1.15pm

जीपीओ में काउंटर तो कई हैं। लेकिन पिछले कई दिनों से हर काउंटर एक ही रंग में रंगा नजर आता है। वो रंग है च्लिंक फेलच् का। फिर भी लोग उम्मीद लगाए खड़े हैं। शायद लिंक आ जाए और उनका काम हो जाए। उनकी उम्मीद और उनके इंतजार के पीछे बड़ी वजह है। किसी को पीपीएफ अकाउंट में पैसे जमा करने हैं, किसी को अपना एनएससी और केवीपी अपडेट कराना है तो किसी को सेविंग अकाउंट खुलवाना है। लेकिन ये सारे काम रुके पड़े हैं मार्च जैसे अति महत्वपूर्ण महीने में। लोगो परेशान हैं और उस दिन को कोस रहे हैं जब पोस्ट ऑफिस ऑनलाइन हुआ। उनका कहना है कि इससे अच्छा तो मैनुअल सिस्टम ही था। हाथोंहाथ काम हो जाता था, भले ही समय कुछ ज्यादा लगता था।

मेरा केवीपी मेच्योर हो गया है। अब उसे इनकैश कराना है इसलिए जीपीओ आया था। यहां कहा गया कि पहले सेविंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा। लेकिन बिना लिंक के वो भी संभव नहीं है। अब बैठा हूं इस इंतजार में कि लिंक आए तो अकाउंट खुले।

-रामबाबू केसरी, पटना।

बांकीपुर पोस्ट ऑफिसस @ 2.15pm

यहां भी कमोबेस वही स्थिति नजर आई। बड़ी संख्या में लोग लाइन में खड़े हैं। क्या बुजुर्ग और क्या महिलाएं। सभी के लिए एकसमान व्यवस्था। महिलाओं और बुजुर्गो के लिए यहां अब तक कोई विशेष काउंटर नहीं है। साथ ही पोस्टल एजेंट्स के लिए भी कोई अलग व्यवस्था नहीं नजर आई। हालांकि वरीय अधिकारी का दावा है कि एक अप्रैल से ये समस्या दूर हो जाएगी। लोगों को एक परेशानी तो थी कि लिंक फेल होने के कारण काम नहीं हो रहा, दूसरी परेशानी ये भी कि यहां के कर्मचारी लोगों की बात नहीं सुनते और सवाल करने पर बुरी तरह डांटते हैं। यानि यहां भी परेशान लोगों का हाल समझने वाला कोई नहीं। पोस्टल एजेंट सुशीला यादव का कहना था कि समय पर पीपीएफ, एनएससी जमा नहीं हुआ तो फाइन देना पड़ेगा, साथ ही इंकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वालों को भी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ेगा।

चार दिनों से सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करने के लिए बांकीपुर पोस्ट ऑफिस में दौड़ लगा रहा हूं। लेकिन यहां तो लिंक फेल के कारण पूरा समय भी बर्बाद हो रहा है और काम भी नहीं हो पा रहा। कोई ये बताने को भी तैयार नहीं है कि लिंक कब तक ठीक होगा।

- आदित्य, स्टूडेंट, अशोक राजपथ, पटना।

लिंक फेल की समस्या पूरे देश में है। इसे देखते हुए फ्क् मार्च की समय सीमा को अगले दो दिनों के लिए एक्सटेंड किया गया है। यानि अब लोग ख् अप्रैल तक अपना काम करा सकेंगे। बांकीपुर डाकघर में एक अप्रैल से महिलाओं और बुजुर्गो के लिए एक विशेष काउंटर शुरू किया जा रहा है जो सात नंबर काउंटर पर होगा। पोस्टल एजेंट्स के लिए भी अलग इंतजाम किया जा रहा है.-

- आर वी चौधरी, सीनियर सुपरीटेंडेंट, पटना अंचल, बिहार पोस्टल सर्किल।